ठगी मामला: आरोपितों ने दिल्ली में बनवाया था फर्जी आइ कार्ड
इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर लाखों की ठगी करने के मामले में पुलिस को पूछताछ के दौरान कई अहम जानकारियां मिली हैं।
[जागरण संवाददाता, चंडीगढ़] सेक्टर -52 स्थित पक्की कॉलोनी के मकान में इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर दंपती से 10 लाख रुपये और करीब तीन किलो चांदी ठगी करने वाले गैंग ने फर्जी आइ कार्ड दिल्ली से बनवाया था। इसका खुलासा पुलिस पूछताछ में मास्टरमाइंड बरनाला निवासी शिकायतकर्ता के मौसी के दामाद विरेंदर ने किया। इसे बनवाने में पहले से आपराधिक मामले में आरोपित चन्नी और विक्की का हाथ था।
वहीं, रिमांड में आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने सात लाख कैश और करीब तीन किलो चांदी बरामद कर लिया। वारदात का मास्टर माइंड पीडि़त पप्पू के मौसी का दामाद बरनाला निवासी विरेंदर और उसके साथी निकले। वहीं, आरोपितों की गिरफ़तारी संबंधित एसडीपीओ साउथ निहारिका भïट्ट के नेतृत्व में सेक्टर-36 थाना प्रभारी रंजोत सिंह और सब इंस्पेक्टर ओम ने 6 नवंबर को कर ली। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपितों को तीन दिन के रिमांड में लिया हैं। पुलिस ने वारदात में शामिल पंजाब नंबर की आई-10 कार भी बरामद कर ली है। गाड़ी आरोपित अमरवीर सिंह के नाम पर है।
ऐसे की वारदात
एसएसपी नीलांबरी जगदाले ने बताया कि मुख्य आरोपित विरेंदर अपने छह साथियों सहित सेक्टर-56 स्थित मकान के पास एक दिन पहले रेकी कर दूसरे दिन वारदात के लिए पहुंचा। इस दौरान तीन आरोपित गाड़ी में पार्क के पास बैठे थे और तीन आरोपित इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर घर में वारदात करने गए थे। जिसके बाद वह पार्क के पास खड़ी आई-10 कार में बैठकर फरार हो गए थे।
बरनाला में किया बंटवारा
आरोपित ने बताया कि वे वारदात के बाद पूरा सामान और कैश लेकर बरनाला चले गए थे। वहां चांदी और कैश सातों ने आपस में बांट लिया था। जबकि अंत में बचे कुछ पैसों का आरोपितों ने पार्टी कर ली थी।
यह है मामला
सेक्टर-56 स्थित पक्की कॉलोनी के मकान में पहली मंजिल पर रहने वाले दंपती पप्पू और उसकी पत्नी के साथ वारदात हुई थी। 31 अक्टूबर को दोपहर तीन बजे के करीब 3 व्यक्ति उनके घर में इनकम टैक्स ऑफिसर बनकर दाखिल होते हैं। पूछताछ के दौरान बताते है कि अवैध तरीके से पैसा और गहने रखने की शिकायत मिली है। इसके बाद उन्हें धमकाकर आरोपित आठ लाख कैश और गहने लेकर फरार हो जाते हैं।