चालान छोड़ने की एवज में पैसे लेने वाले बर्खास्त पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज Chandigarh News
एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर पुलिसकर्मियों को चेताया है। उन्होंने लिखा कि रिश्वतखोरी किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं की जाएगी।
By Edited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 12:49 AM (IST)Updated: Sat, 07 Sep 2019 10:51 AM (IST)
चंडीगढ़, जेएनएन। पिकाडली चौक पर बीते वीरवार को हरियाणा के रोहतक निवासी कार चालक को रोककर रेड लाइट जंप बताकर एक हजार रिश्वत लेने मामले में बर्खास्त हेड कांस्टेबल जगजिंदर सिंह और कांस्टेबल सचिन के खिलाफ शुक्रवार सेक्टर-36 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपित बर्खास्त पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 7, 13 (1) बी प्रिवेंटिव आफ करप्शन एक्ट-1988 के तहत जांच के बाद गिरफ्तारी का दावा कर रही है। नए मोटर व्हीकल एक्ट लागू होने के बाद रिश्वत के आरोप में यूटी पुलिस ने पहली और कड़ी कार्रवाई की हैं।
ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में रेड लाइट जंप करना डेंजर्स ड्राइविंग में जोड़ा गया है। इसमें चालान के बाद कोर्ट जुर्माना निर्धारित करता है। रोहतक निवासी गुरमीत सिंह ने शिकायत में बताया था कि वह बजे अपनी कार से चंडीगढ़ आए थे। जैसे ही पिकाडली चौक पर पहुंचे कि ट्रैफिक के दोनों पुलिसकर्मियों ने रोका और कहा कि तुमने रेड लाइट जंप की है। नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 25 हजार रुपए का चालान होगा। पुलिसकर्मियों ने बिना चालान के छोड़ने के एवज में पांच हजार रुपये मांगे। उनके बीच एक हजार में सेटलमेंट हुआ और पुलिसकर्मियों ने पैसे लेकर छोड़ दिया।
एसएसपी ट्रैफिक ने लिया एक्शन
गुरमीत सिंह ने तुरंत मामले की शिकायत डीजीपी संजय बेनीवाल को दी। वहां से तुरंत मामले की जांच एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद को ट्रांसफर होने पर तत्काल जांच की जिम्मेदारी डीएसपी ट्रैफिक हरजीत कौर को दी। देर शाम तक डीएसपी से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग की तरफ से दोनों पुलिस कर्मी हेड कांस्टेबल जगजिंदर सिंह और कांस्टेबल सचिन को बर्खास्त कर दिया। पुलिस का दावा है कि कार चालाक ने रेड लाइट जंप की थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने चालान नहीं किया।
एसएसपी बोले- सुधर जाओ या घर जाओ, ऐसे करें शिकायत
एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर पुलिसकर्मियों को चेताया है। उन्होंने लिखा कि रिश्वतखोरी किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं की जाएगी। इस तरह के एक मामले में शिकायत वाले दिन ही दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। अब सुधर जाओ या घर जाओ। वही, पब्लिक से निवेदन है कि रिश्वत न दें। अगर कोई रिश्वत मांगता है तो तुरंत टोल फ्री नंबर 1073 पर शिकायत करें।
ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में रेड लाइट जंप करना डेंजर्स ड्राइविंग में जोड़ा गया है। इसमें चालान के बाद कोर्ट जुर्माना निर्धारित करता है। रोहतक निवासी गुरमीत सिंह ने शिकायत में बताया था कि वह बजे अपनी कार से चंडीगढ़ आए थे। जैसे ही पिकाडली चौक पर पहुंचे कि ट्रैफिक के दोनों पुलिसकर्मियों ने रोका और कहा कि तुमने रेड लाइट जंप की है। नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 25 हजार रुपए का चालान होगा। पुलिसकर्मियों ने बिना चालान के छोड़ने के एवज में पांच हजार रुपये मांगे। उनके बीच एक हजार में सेटलमेंट हुआ और पुलिसकर्मियों ने पैसे लेकर छोड़ दिया।
एसएसपी ट्रैफिक ने लिया एक्शन
गुरमीत सिंह ने तुरंत मामले की शिकायत डीजीपी संजय बेनीवाल को दी। वहां से तुरंत मामले की जांच एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद को ट्रांसफर होने पर तत्काल जांच की जिम्मेदारी डीएसपी ट्रैफिक हरजीत कौर को दी। देर शाम तक डीएसपी से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद विभाग की तरफ से दोनों पुलिस कर्मी हेड कांस्टेबल जगजिंदर सिंह और कांस्टेबल सचिन को बर्खास्त कर दिया। पुलिस का दावा है कि कार चालाक ने रेड लाइट जंप की थी, लेकिन पुलिस कर्मियों ने चालान नहीं किया।
एसएसपी बोले- सुधर जाओ या घर जाओ, ऐसे करें शिकायत
एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद ने ट्विटर पर एक पोस्ट कर पुलिसकर्मियों को चेताया है। उन्होंने लिखा कि रिश्वतखोरी किसी भी कीमत पर बर्दास्त नहीं की जाएगी। इस तरह के एक मामले में शिकायत वाले दिन ही दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया। अब सुधर जाओ या घर जाओ। वही, पब्लिक से निवेदन है कि रिश्वत न दें। अगर कोई रिश्वत मांगता है तो तुरंत टोल फ्री नंबर 1073 पर शिकायत करें।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें