एसवाइएल पर उमा भारती से मिले कैप्टन, पानी की फिजिकल जांच की मांग
एसवाइएल के मुद्दे पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज केंद्रीय मंत्री उमा भारती से मुलाकात की। कैप्टन ने केंद्रीय मंत्री से पानी की फिजिकल जांच करवाने की मांग की।
जेएनएन, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह सतलुज यमुना लिंक नहर (एसवाइएल) मुद्दे को हल करने में जुट गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से सहयोग मांगने के बाद कैप्टन शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय जल संसाधन व नदी विकास मंत्री उमा भारती से मिले। यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि 11 जुलाई को एसवाइएल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है।
इससे पहले, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 3 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात कर एसवाइएल को लेकर सहयोग मांगा था। राजनाथ सिंह ने इस मामले में कैप्टन को उमा भारती से मिलने के लिए कहा था। कैप्टन ने केंद्रीय मंत्री के सामने दोबारा यह मुद्दा उठाया है कि नदियों में कितना पानी है, इसकी फिजिकल जांच करवा ली जाए। कैप्टन पहले भी कह चुके हैं कि पंजाब किसी के अधिकार को नहीं मारना चाहता, लेकिन यह भी देखना पड़ेगा कि जब समझौता हुआ था, तब नदी में कितना पानी था। क्या आज भी उतना पानी है। इस बात की जांच जरूर होनी चाहिए, क्योंकि पंजाब का जमीनी पानी खत्म हो रहा है और ऐसे में नदी का पानी भी नहीं मिला तो पंजाब बर्बाद हो जाएगा।
नॉर्दर्न जोनल काउंसिल की बैठक में उठा था मुद्दा
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अगुवाई में 12 मई को नॉर्दर्न जोनल काउंसिल की बैठक में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की उपस्थिति में यह मुद्दा उठा था। कैप्टन इस मामले को कोर्ट के बाहर आपसी सहमति से हल करवाने के पक्ष में हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने आपसी बातचीत में कोई रुचि नहीं दिखाई, क्योंकि हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट में ही मामले को हल करवाना चाहता था।
राजनाथ सिंह की सलाह पर कैप्टन अमरिंदर सिंह की उमा भारती से मुलाकात इस बात के स्पष्ट संकेत दे रहा है कि पंजाब सरकार इस मामले के हल के लिए केंद्र सरकार की मदद चाहती है। वन टू वन हुई इस बैठक की पुष्टि मुख्यमंत्री कार्यालय ने की है। केंद्रीय मंत्री ने भी सकारात्मक सहयोग देने की बात कही है।
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