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कैप्टन ने कहा, सुखबीर को किसानों का दर्द है तो संसद का घेराव करें

पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शिअद विधानसभा घेराव के एलान की आलोचना की। कहा वह संसद का घेराव क्यों नहीं करती।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 08:43 PM (IST)Updated: Tue, 20 Mar 2018 08:49 PM (IST)
कैप्टन ने कहा, सुखबीर को किसानों का दर्द है तो संसद का घेराव करें
कैप्टन ने कहा, सुखबीर को किसानों का दर्द है तो संसद का घेराव करें

जेएनएन, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि अगर अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को सच में किसानों के मामलों व कर्ज को लेकर दर्द है तो वह संसद भवन का घेराव क्यों नहीं करते। विधानसभा के बाहर घेराव की राजनीति करने की अकाली दल की कोशिश से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। उल्लेखनीय है कि बजट सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है और अकाली दल ने इसी दिन विधानसभा का घेराव करने की घोषणा की हुई है।

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विधानसभा का घेराव करने की आलोचना करते हुए कैप्टन ने सुखबीर की तरफ से किसानों के मुद्दों पर मगरमच्छ के आंसू बहाने को हास्यास्प्रद बताया और कहा कि अकाली-भाजपा सरकार अपने 10 सालों के शासनकाल के दौरान किसानों की भलाई का एक भी कदम उठाने में पूरी तरह नाकाम रही है। सुखबीर ने अपनी सरकार के समय किसानों के कर्जमाफी के मुद्दे को क्यों नहीं उठाया था।

कैप्टन ने कहा, गठबंधन में होने के बाद भी अकालियों ने पिछले चार सालों में किसानों के कर्जमाफी के मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर एक बार भी जोर नहीं डाला। कैप्टन ने किसानों के मुद्दे पर सुखबीर के स्टैंड को बेतुका बताते हुए कहा कि सुखबीर की पत्नी हरसिमरत कौर केंद्र सरकार में मंत्री हैं। इसके बाद भी अकाली दल ने कोई प्रयास नहीं किया। अब सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए विधानसभा का घेराव करने की कवायद कर रहे हैं।

कर्जमाफी के लिए बजट में होगी उचित व्यवस्था

कैप्टन ने कहा कि किसानों के कर्ज माफी के मुद्दे पर उनकी सरकार अपने वायदे पर अडिग है। वायदा पूरा किया जाएगा। बजट में इस बाबत उचित व्यवस्था की जा रही है। नवंबर तक 10.25 लाख छोटे और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया जाना है जिनमें से 82 हजार किसानों को कर्ज माफी के सर्टिफिकेट भी दिए जा चुके हैं। यह स्कीम सही दिशा में चल रही है और किसानों के लिए वरदान साबित होगी।

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