कैप्टन अमरिंदर सिंह के तल्ख तेवर, कहा- जिन्हें मेरा फैसला पसंद नहीं केंद्र में चले जाएं
पंजाब के मुख्यमंत्री कैेप्टन अमरिंदर सिंह शनिवार को गरम हाे गए। उन्होंने कहा कि जिन अफसरों को मेरा फैसला पसंद नहीं है वे केंद्र के डेपुटेशन पर चले जाएं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शनिवार को राज्य के पुसि अफसरों पर नाराज हो गए। कैप्टन के तेवर इतने तल्ख हो गए कि उन्होंने कहा दिया कि जिनको मेरे फैसले मंजूर नहीं हैं वे केंद्र की डिपुटेशन पर चले जाए्ं। वह हरप्रीत सिंह सिद्धू को स्पेशल टास्क फोर्स (SIT) का दोबारा प्रमुख नियुक्ति किए जाने पर पुलिस अधिकारियों में नाखुशी से नाराज हैं।
कैप्टन ने कहा, पुलिस फोर्स में बर्दाश्त नहीं की जाएगी अनुशासनहीनता
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस अधिकारियों ने दो टूक कहा है कि यदि वह उनके फैसले से सहमत नहीं हैं तो प्रदेश को छोड़कर केंद्र में डेपुटेशन पर जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस फोर्स में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेंगे।
हरप्रीत सिंह सिद्धू की एसटीएफ प्रमुख के तौर पर दोबारा नियुक्ति को लेकर कई पुलिस अधिकारियों में नाराजगी चल रही थी। मुख्यमंत्री के पास गृह विभाग भी है। अमरिंदर ने कहा कि किस अफ़सर को कहां लगाना है यह उनका अधिकार क्षेत्र है ,अगर किसी को उनके आदेशों पर कोई दिक्कत है तो वह अधिकारी केंद्र में डेपुटेशन पर पर जा सकता है ।मुख्यमंत्री ने साथ साफ कहा कि वह अपने फैसले को नहीं बदलेंगे।
गौरतलब है कि पंजाब सरकार ने एडीजीपी हरप्रीत सिंह सिद्धू को दो दिन पहले एसटीएफ का चीफ बनाया गया था। यह कदम राज्य में नशे की तस्करी औरबिक्री बढ़ने के बाद उठाया गया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नशे को राज्य से खत्म करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने इसके लिए केंद्र से राष्ट्रीय ड्रग पॉलिसी भी बनाने के लिए कहा हुआ है। पंजाब सीमावर्ती इलाका होने के कारण यहां सीमा पार से नशा तस्करी होती है।
मुख्यमंत्री के पास हालांकि किसी भी अधिकारी ने कोई शिकायत नहीं की है लेकिन मीडिया में इस तरह की खबरें थी कि कुछ अधिकारी हरप्रीत सिंह सिद्धू के दोबारा एसटीएफ चीफ़ बनने से नाराज हैं। अमरिंदर ने इस बात को गलत बताया कि हरप्रीत सिंह सिद्दू केंद्र में डेपुटेशन पर जाने के इच्छुक थे और इसके बारे में उन्होंने पत्र भी लिखा था। बता दें कि 2017 में सत्ता संभालने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग को खत्म करने के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का गठन किया था। पंजाब काडर के अधिकारी हरप्रीत सिंह सिद्धू को छत्तीसगढ़ से बुलाया कर एसटीएफ का प्रमुख बनाया गया था।