शराब बिक्री का मुद्दा PM मोदी से उठाएंगे कैप्टन अमरिंदर, कहा- हुआ 6200 करोड़ रुपये का नुकसान
सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह पंजाब में शराब ब्रिकी की अनुमति नीं मिलने का मुद्दा पीएम नरेंद्र मोदी के समक्ष उठाएंगे। इससे पंजाब को 6200 करोड़ का नुकसान हुआ है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाबके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब में शराब में बिक्री की अनुमति नहीं मिलने को मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष उठाएंगे। उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी के साथ वीडियाे काॅन्फ्रेसिंग के दौरान यह मुद्दा उठाएंगे। पंजाब में शराब की बिक्री नहीं मिलने से राज्य सरकार को 6200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
अर्थशास्त्रियों व उद्योगपतियों से चर्चा में बोले, इससे 6200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ
बता दें कि पंजाब सरकार ने पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से राज्य में शराब की ब्रिकी शुरू करने की अनुमति मांगी थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस अनुरोध को खारिज कर दिया था और राज्य में शराब की बिक्री की अभी अनुमति देने से इन्कार कर दिया था। इस पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नाराजगी जताई थी।
कैप्टन ने कोविड-19 की चुनौतियों व कफ्र्यू के मुद्दे पर विभिन्न अर्थशास्त्रियों, उद्योगपतियों और विभिन्न देशों के राजदूतों से भी वेबीनार (ऑनलाइन माध्यम) में चर्चा की। कैप्टन ने कहा कि केंद्र से राज्य को अपना हिस्सा नहीं मिल रहा और न ही शराब की बिक्री की आज्ञा दी गई है। इससे 6200 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है।
कैप्टन ने कहा कि अब वह यह मामला पीएम की वीडियो काॅन्फेंसिंग में उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब एक छोटा सा राज्य है और केंद्र सरकार राज्य से जीएसटी और शराब की बिक्री से बिना मौजूदा संकट से जूझने की उम्मीद कैसे कर सकती है।
इस चर्चा में औद्योगिक घरानों के करीब 100 दिग्गज शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पहले ही केंद्र सरकार को उद्योगों की सहायता के लिए ठोस हल ढूंढऩे की विनती की थी, जिससे वह मजदूरों व कामगारों के वेतन का भुगतान जारी रख सकें। मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों को केंद्र सरकार के स्पष्टीकरण से भी अवगत करवाया कि यदि कोई मजदूर कोविड-19 से प्रभावित पाया जाता है तो किसी भी औद्योगिक इकाई के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि पंजाब सरकार किसी इकाई पर अपराधिक जुर्माना नहीं लगाएगी। इस चर्चा में कोका कोला इंडिया के सार्वजनिक मामले व संचार विंग के उप प्रमुख इश्तियाक अमजद, अजय खन्ना ग्रुप के चीफ स्ट्रेटेजिक, अमरदीप सिंह आहलुवालिया चीफ कॉरर्पोरेट अफेयर्स, यूनाइटिड ब्रअरर्स लिमिटेड और पीएएफआइ के संस्थापक व पूर्व प्रधान रमन सिद्धू शामिल थे।
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इटली ने कहा- पंजाब में मिले निवेश का मौका
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इतालवी राजूदत विनसैंजो डी लुका के साथ उनके देश में महामारी के कारण बड़ी संख्या में मौतें होने पर दुख व्यक्त किया। राजदूत ने भी कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ाई में पंजाब के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। राजदूत ने कहा कि दुनिया के सबसे अधिक प्रभावित मुल्कों में शामिल इटली में एक लाख पंजाबी रह रहे हैं।
उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की है कि इतालवी कंपनियों को राज्य में निवेश के लिए खास तौर पर फूड प्रोसेसिंग व खेती मशीनरी के निर्माण में निवेश की संभावनाएं तलाशी जाएं। इस पर मुख्यमंत्री ने 'निवेश पंजाबÓ के अधिकारियों को इतालवी टीम से विचार-विमर्श कर निवेश के मौके तलाशने को कहा।
डेनमार्क ने कहा, लंबित मामले केंद्र से उठाएं
डेनमार्क के राजदूत फरैडी सवाने ने भी पंजाब में निवेश की संभावनाएं तलाशने में इच्छा जताई और मुख्यमंत्री को भारत सरकार के पास लंबित मामलों का मुद्दा उठाने की अपील की।
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