कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की भाजपा से गठबंधन की घोषणा, सीट बंटवारे को लेकर अभी नहीं हुआ फैसला
पंजाब के पूर्व सीएम एवं पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ गठबंधन की घोषणा कर दी है। दिल्ली में पंजाब भाजपा चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात के बाद कैप्टन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी (पीएलसीपी) के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा के साथ गठबंधन की आधिकारिक घोषणा कर दी है। दिल्ली में केंद्रीय जलशक्ति मंत्री एवं पंजाब भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट कर गठबंधन की जानकारी दी है। कैप्टन ने कहा कि शेखावत से सीटों के बंटवारे पर भी चर्चा हुई, लेकिन इस पर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हो पाया है।
Met union minister & @BJP4India incharge for Punjab, Shri @gssjodhpur in New Delhi today to chalk out future course of action ahead of the Punjab Vidhan Sabha elections. We have formally announced a seat adjustment with the BJP for the 2022 Punjab Vidhan Sabha elections. pic.twitter.com/cgqAcpW2MW
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 17, 2021
गौरतलब है कि कैप्टन भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली पहुंचे थे। शेखावत से मुलाकात के बाद कैप्टन ने कहा कि हम प्रत्येक सीट का अध्ययन करेंगे। जहां-जिसकी स्थिति मजबूत होगी, वहां उस दल को सीट मिलेगी। वहीं, गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि अब हम कह सकते हैं कि भाजपा कैप्टन की पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। सीटों के बंटवारे का आधार क्या होगा, इसके बारे में सही समय पर सूचित कर दिया जाएगा।
नई दिल्ली में पंजाब भाजपा चुनाव प्रभारी गजेंद्र शेखावत से मुलाकात करते कैप्टन अमरिंदर सिंह। फोटो- ट्विटर से
कैप्टन के अलावा शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के नेता एवं राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी शेखावत से मुलाकात की और आगामी रणनीति पर चर्चा की। वह कुछ दिनों में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह या भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात कर सकते हैं। कुछ दिन पहले ढींडसा ने अपनी पार्टी के नेताओं की राय जानने के लिए बैठक की थी, जिसमें ज्यादातर नेताओं ने भाजपा के साथ जाने में आनाकानी की थी। बाद में अंतिम फैसला लेने का अधिकार ढींडसा को सौंप दिया गया था। पार्टी को लग रहा है कि तीन कृषि कानूनों के कारण ग्रामीण इलाकों में अब भी भाजपा के प्रति नाराजगी है। यही वजह है कि ढींडसा ने अभी गठबंधन पर कुछ नहीं कहा है।
कांग्रेस व शिअद के लिए खतरे की घंटी
कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच गठबंधन दो प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है। कैप्टन की पार्टी में जो नेता शामिल हो रहे हैं, वह कांग्रेस से ही हैं। यानी जितने भी वोट कैप्टन की पार्टी को मिलेंगे, निश्चित रूप से वह कांग्रेस के खाते से ज्यादा कटेंगे। इसी तरह भाजपा से अलग होने पर अब शिअद को नुकसान होना तय है। यदि भाजपा का गठबंधन ढींडसा के साथ भी हो जाता है, तो शिअद का यह नुकसान और बढ़ जाएगा। चुनाव में इस बार बहुकोणीय मुकाबले होंगे।
शहरी व ग्रामीण के फार्मूले पर हो सकता है समझौता
कैप्टन और शेखावत की मुलाकात के बाद यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों में सीटों को लेकर भी कुछ बात हुई है। भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पार्टी शहरी सीटें किसी और को नहीं देगी। ग्रामीण सीटें पंजाब लोक कांग्रेस व ढींडसा की पार्टी को दी जा सकती हैं।
कांग्रेस छोड़ कैप्टन की पार्टी में शामिल हुए पटियाला के 22 पार्षद
भाजपा से गठबंधन की घोषणा होते ही कैप्टन ने अपने गढ़ पटियाला में कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। पटियाला के 22 कांग्रेस पार्षद व अन्य नेता शुक्रवार को पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। कैप्टन की पुत्री जयइंदर कौर ने इन पार्षदों का पार्टी में स्वागत किया। जयइंदर कौर ने दावा किया कि अभी कई और नेता उनकी पार्टी में आने को तैयार हैं। इससे पहले पटियाला के मेयर संजीव कुमार बिट्टू भी कांग्रेस छोड़ कैप्टन की पार्टी में शामिल हो गए थे।