पंजाब में बच्ची से दुष्कर्म व हत्या मामले में सियासत, कैप्टन बोले-हमने तुरंत कार्रवाई की, हाथरस में चुप बैठी रही पुलिस
होशियारपुर की घटना पर कांग्रेस पर निशाना साधने को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भाजपा नेताओं को जवाब दिया है। कहा कि पंजाब की घटना में तत्काल कार्रवाई हुई जबकि हाथरस में शुरू में पुलिस आरोपितों को बचाती रही।
जेएनएन, चंडीगढ़। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस शासित राज्यों में दुष्कर्म की घटनाओं पर राहुल गांधी, सोनिया गांधी व प्रियंका गांधी की चुप्पी पर सवाल उठाया। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर व निर्मला सीतारमण ने कहा कि उन्हें इन घटनाओं पर भी बोलना चाहिए, सिर्फ हाथरस व अन्य जगहों पर नहीं जाना चाहिए। इसमें भाजपा नेताओं ने पंजाब के टांंडा (होशियारपुर) में छह वर्षीय बच्ची से दुष्कर्म व हत्या का मामला भी उठाया। इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि हाथरस व पंजाब की घटना में अंतर है। हाथरस में पुलिस कार्रवाई में विफल रही, जबकि पंजाब में त्वरित कार्रवाई हुई। आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया और अब एक सप्ताह के भीतर चालान पेश करने की तैयारी है।
कैप्टन ने कहा कि होशियारपुर और हाथरस मामलों के बीच कोई तुलना नहीं है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा, उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस न केवल कड़ी कार्रवाई शुरू करने में विफल रही, बल्कि वास्तव में ऐसा प्रतीत हुआ उच्च जाति के आरोपियों को लाभ पहुंचाने के लिए मामले को दबानेे की कोशिश की जा रही है।
CM @capt_amarinder reacts to comments of @nsitharaman & @PrakashJavdekar on #Hoshiarpur rape-murder case, says no comparison with #HathrasHorror where UP govt tried to cover up. Had that not happened, @INCIndia leaders @RahulGandhi & @priyankagandhi wouldn't have had to go there. pic.twitter.com/KeTNefpP2m— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPbCM) October 24, 2020
उन्होंने कहा, यह पंजाब पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई के विपरीत था। पंजाब की घटना में पुलिस ने तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और अब एक सप्ताह के भीतर चालान दाखिल करने की तैयारी है। उन्होंने खुद डीजीपी को निर्देश दिया था कि आरोपियों के लिए सख्त और अनुकरणीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
बता दें, हाेशियारपुर जिले के टांडा के एक गांव में छह साल की बच्ची से दुष्कर्म कर उसे जिंदा जला दिया गया था। अधजले शव को बोरी से ढककर घर के पास हवेली (पशु बांधने वाली जगह) में छिपाकर रखा, ताकि रात होते ही शव को खुर्द-बुर्द किया जा सके। शव किसान सुरजीत सिंह की हवेली के पास मिला था। सुरजीत का पोता सुरप्रीत सिंह उसे लेकर गया था। उसने दुष्कर्म के बाद उसे जला दिया और फिर अधजला शव बोरी में डाल दिया था। मामले में दादा-पोते को गिरफ्तार कर लिया गया।