गृह मंत्री से मिले कैप्टन, माना- पंजाब में उभर रहा आतंकवाद
कैप्टन ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर पंजाब में उभर रहे उग्रवाद पर चिंता जताई। उन्होंने केंद्र से इस पर एक व्यापक रणनीति तैयार करने का आग्रह किया।
जेएनएन, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर पंजाब में उभर रहे उग्रवाद पर चिंता जताई। साथ ही, उन्होंने केंद्र से इस पर एक व्यापक रणनीति तैयार करने का भी आग्रह किया। बैठक में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने खुफिया तंत्र को और मजबूत बनाने का सुझाव दिया। साथ ही, कनाडा, यूके, यूएसए, इटली, जर्मनी में बैठे विदेशी संचालकों, जोकि सक्रिय होकर पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की गतिविधियों में लगे हुए हैं, के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए भी आग्रह किया।
कैप्टन ने राज्य की स्थिरता और शांति को भंग करने के उद्देश्य से सोशल मीडिया पर चल रही गतिविधियों से निपटने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उनका विचार है कि राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम 'अपनी जड़ों से जुड़ो' को और मजबूर करने से भी इस प्रकार की गतिविधियों पर नियंत्रण पाने में सहायता मिलेगी।
इस दौरान गृहमंत्री ने 'पुलिस बल आधुनिकीकरण' योजना (एमपीएफ) के अंतर्गत राज्य की मांगों पर गौर करने पर सहमति जताई है। राज्य की सुरक्षा संबंधी चिंताओं का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पुलिस बल के आधुनिकीकरण में केंद्रीय सहायता की मांग को भी फिर दोहराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और 8 उत्तर-पूर्वी राज्यों की तर्ज पर एमपीएफ योजना के अंतर्गत पंजाब को वर्ग-ए राज्य का दर्जा देकर 90:10 केंद्र-राज्य हिस्सेदारी पर आधारित वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए। कैप्टन ने पंजाब को पेश आ रही छद्म युद्ध, सीमापार आतंकवाद, नशा, हथियारों, विस्फोटक पदार्थों की तस्करी जैसी चुनौतियों के लिए राज्य की विशेष शाखा की मजबूती हेतु एमपीएफ योजना के अंतर्गत पंजाब के लिए अतिरिक्त फंड के आवंटन की मांग भी रखी।
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