टेंडर प्रक्रिया पूरी हुए बिना ही खोल दी सेक्टर-48 के अस्पताल में कैंटीन
हॉस्पिटल में संचालित हो रही कैंटीन इन दिनों विवादों में फंसी हुई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : सेक्टर-48 स्थित 100 बेड के नए हॉस्पिटल में संचालित हो रही कैंटीन इन दिनों विवादों में फंसी हुई है। कारण जीएमसीएच प्रशासन द्वारा कैंटीन के टेंडर की प्रक्रिया पूरी किए बिना उसे संचालित करने की अनुमति देना है। नियमों को दरकिनार कर कैंटीन चलाए जाने से टेंडर डालने वाले अन्य लोग उसका विरोध कर रहे हैं। स्थिति यह है कि जीएमसीएच प्रशासन ने तो वहां भर्ती मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कैंटीन शुरू करा दी लेकिन उसे लेकर हो रहे बवाल को दूर करने के उपाय नहीं तलाश पा रहा है। अपने ही आदेश में फंस चुके कॉलेज प्रशासन के पास इसका कोई जवाब नहीं है। सात लोगों ने अप्लाई किया है टेंडर
48 हॉस्पिटल के लिए कैंटीन का टेंडर 26 जुलाई को निकाला गया था। जिसमें अलग-अलग सात फर्मो ने आवेदन किया है। उसमें पांच फर्म चंडीगढ़ की, एक मोहाली व एक दिल्ली की है। मरीजों की समस्या को देखते हुए इन सात में से ही एक आवेदक को कैंटीन संचालन करने की अनुमति दी गई है। ऐसा होने से अन्य छह आवेदक रोष में हैं। उनका कहना है कि जब कॉलेज प्रशासन को मनमानी ही करनी थी तो टेंडर डलवाने की क्या जरूरत थी।
भर्ती मरीजों के लिए चाय-पानी की व्यवस्था
सेक्टर-48 स्थित नए हॉस्पिटल में प्रशासन के निर्देश पर 23 सितंबर से मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। सेक्टर-32 स्थित गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चार डिपार्टमेंट के मरीजों को वहां शिफ्ट किया जा रहा है। उनमें ईएनटी, स्किन, आंकोलॉजी और साइकेट्री के लगभग 75 मरीज शामिल हैं। उन मरीजों व उनके परिजनों को वहां जाने के बाद न तो पानी मिल रहा था न चाय-बिस्कुट। इस समस्या के समाधान के लिए जीएमसीएच प्रशासन ने वहां कैंटीन संचालित करने की अनुमति बिना टेंडर की प्रक्रिया पूरी किए ही दे दी है।