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दलितों को नुमाइंदगी न मिलने से धीमान और नत्थू राम नाखुश

फोटो फाइल: 18 ---------- जागरण संवाददाता, दिड़वा (संगरूर)/कपूरथला: दिड़बा के कांग्रेस वि

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Apr 2018 09:53 PM (IST)Updated: Sat, 21 Apr 2018 09:53 PM (IST)
दलितों को नुमाइंदगी न मिलने से धीमान और नत्थू राम नाखुश
दलितों को नुमाइंदगी न मिलने से धीमान और नत्थू राम नाखुश

फोटो फाइल: 18

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जागरण संवाददाता, दिड़वा (संगरूर)/कपूरथला: दिड़बा के कांग्रेस विधायक सुरजीत सिंह धीमान ने कहा कि मंत्रिमंडल में 42 फीसद आबादी वाली बिरादरी के किसी नुमाइंदे को शामिल नहीं किया गया है। इससे लग रहा है कि पार्टी को इस वर्ग से कोई हमदर्दी नहीं है। वे पंजाब में पिछड़ा वर्ग की नुमाइंदगी करते हैं, इसलिए अपने भाईचारे से माफी मांगते हुए कांग्रेस पार्टी के प्रांतीय उपप्रधान व पीपीसीसी के डेलीगेट से इस्तीफा दे रहे हैं।

धीमान ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को दरकिनार करना सहन नहीं हो सकता। वे पार्टी का आम वर्कर बनकर काम करते रहेंगे। बल्लूआना के विधायक नत्थू राम बल्लूआना ने भी कहा कि वह अनुसूचित जाति से संबंधित हैं, लेकिन पंजाब के मंत्रिमंडल में उनके भाईचारे को प्रतिनिधित्व नहीं किया गया है। बिरादरी के लोग कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से सहमत नहीं हैं। इसलिए उन्होंने पार्टी के प्रांतीय महासचिव व पीपीसीसी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है। अगर पार्टी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, तो लोकसभा चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

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मुझे नजरअंदाज कर जूनियर को मंत्री बनाया: चीमा

मंत्री न बनाए जाने से सुल्तानपुर लोधी के विधायक नवतेज ¨सह चीमा भी नाराज हैं। मंत्रिमंडल में शामिल न करने का उन्हें मलाल जरूर है। चीमा का कहना है कि मुश्किल की हर घड़ी में उन्होंने कांग्रेस का साथ दिया है, जिस कारण मंत्री न बनाने से उन्हें बुरा लगा है। उन्हें कैप्टन के मंत्रिमंडल में शामिल करने का पूरा विश्वास था, अंतिम क्षणों में उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। चीमा ने कहा कि मैं मंत्री बनने के सभी मानदंडों पर खरा उतरता हूं, लेकिन एक जूनियर व्यक्ति को शामिल किया गया। मैंने तीन चुनाव लड़े और दो जीते। वह इस बात से निराश हैं कि दोआबा क्षेत्र को नजरअंदाज किया गया। चीमा ने कहा कि मंत्रिमंडल में दोआबा (सुंदर शाम अरोड़ा) से केवल एक विधायक को जगह दी गई, वह भी कंडी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं एक जिले से तीन मंत्री बनाए गए। दोआबा के मुख्य क्षेत्रों में जालंधर और कपूरथला है, जो एनआरआइ बेल्ट के लिए जाना जाता है और इसे ही पूरी तरह नजरअंदाज किया गया है। जब भी कांग्रेस दोआबा से सीटें जीतती है तो वह सरकार बनाती है। मंत्रिमंडल में नुमाइंदगी न मिलने से दोआबा काफी पिछड़ गया है। इतनी नाराजगी के बावजूद उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के वफादार सिपाही हैं।

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कोटली ने जताया विरोध, हाईकमान से मिलेंगे

खन्ना: आतंकियों द्वारा बम धमाके में मारे गए पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत ¨सह के पोते और खन्ना के विधायक गुरकीरत ¨सह कोटली ने मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। हालांकि, कोटली खुलकर बगावती रुख अपनाने से परहेज करते नजर आए, लेकिन यह जरूर कहा कि वे पार्टी प्रधान के फैसले से निराश हैं। कोटली ने फोन पर बातचीत करते हुए कहा कि जिन परिवारों ने अपने खून और पसीने से कांग्रेस को पंजाब में सींचा है। उन्हें नजर अंदाज नहीं किया जाना चाहिए था। इसके लिए वे हाईकमान से मुलाकात करेंगे।


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