नियम लागू कर भूला प्रशासन, शादी रुकी, दो जानें गई और जॉब भी जा रही
लोग प्रशासन की अव्यवस्था पर सवाल खड़ा कर गंभीर आरोप लगा रहे हैं।
कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़ : सेक्टर-30बी कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोग प्रशासन की अव्यवस्था पर सवाल खड़ा कर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि प्रशासन ने नियम लागू कर उनकी परिस्थितियों को भूल गया। अब किसी की बेटी की शादी रुकी तो किसी की एंबुलेंस की देरी जान चली गई। आर्थिक परेशानी झेल रहे लोगों को कंटेनमेंट जोन में रहने का हवाला देकर नौकरी से भी निकाला जा रहा है। प्रशासन से गुहार लगने पर सुनवाई होनी दूर विरोध करने पर पुलिस लाठियां बरसाने के साथ गिरफ्तार कर रही है। सेक्टर-30बी की पुष्पा ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में रहने की वजह से उनके बेटे अभिलाष को नौकरी से निकाल दिया गया। ऑफिस वालों का कहना है कि तुम कंटेनमेंट जोन में रहते हो। आज खुलना था जोन, पॉजिटिव केस आने पर बढ़ेगी अवधि
एरिया के लोगों ने बताया कि वे एक-एक दिन गिनती कर निकाल रहे थे। 26 दिन तक पॉजिटिव केस नहीं आने पर उन्हें भरोसा था कि 28वें दिन यानी चार मई को कंटेनमेंट जोन खुल जाएगा। बीते सोमवार को 80 वर्षीय महिला की मौत के बाद कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उम्मीद भी टूट गई। प्रशासन के नियमानुसार अब 28 दिन तक कंटेनमेंट जोन नियम लागू हो जाएगा। प्रशासन की लापरवाही से दो जानें गई
सेक्टर-30बी वेलफेयर एसोसिएशन के हरप्रीत सिंह उप्पल ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से एरिया में दो लोगों की जानें जा चुकी हैं। एंबुलेंस की लेटलतीफी से सात दिन में 57 वर्षीय जरनैल सिंह और 80 वर्षीय सरबजीत कौर की मौत हुई है। अब आवाज उठाने वालों पर पुलिस केस दर्ज करने की धमकी देती है। दूसरी जगह बनाए क्वारंटाइन सेंटर, प्रशासक को लिखा पत्र
सेक्टर-30बी निवासी रविद्र सिंह रावत ने कहा कि एरिया के आसपास क्वारंटाइन सेंटर बनाकर लोगों को वहां शिफ्ट करे। लोगों के पैसे खत्म और प्रशासन से मिलने वाला राशन भी कम पड़ जाता है। बच्चों की पढ़ाई, लोगों की जॉब, दूसरे सेक्टर में दुकानों का किराये के बोझ से लोग मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं। अब पूर्व पार्षद सतिदर सिंह की मदद से प्रशासक को पत्र लिख गुहार लगाई जा रही है। समस्याएं हैं कि कम नहीं हो रहीं
स्थानीय निवासी अवतार सिंह ने बताया कि एरिया सील होने से समस्याओं की भरमार लग गई। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और अधिकारियों से गुजारिश है कि ग्राउंड लेवल पर आने वाली समस्याओं को हल करवाए। मै खुद शुगर के मरीज हूं और एरिया सील करने से पहले व्यवस्था दुरूस्त करनी होगी।
-एरिया पार्षद देवेंदर सिंह बबला ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से लोगों की बेवजह मौत हो रही है। पांच जून को एरिया में एक बेटी की शादी है लेकिन अधिकारियों ने अभी तक संज्ञान नहीं लिया। ऐसे में अगर अधिकारी कुछ नहीं करते तो मै अपने घर में बेटी की शादी कराउंगा।