मोहाली के नयागांव में चला बुलडोजर, फार्म हाउस सहित कई मकान ढहाए, जमीन खाली कर लगाए पौधे
मोहाली के नयागांव में बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माणों को तोड़ा जा रहा है। इस सिलसिले में वीरवार को एक बार फिर से सरकारी जमीन पर किए गए कब्जों पर पीला पंजा चला। फार्म हाउस सहित कई मकान ढहाए गए हैं।
संवाद सहयोगी, नयागांव (मोहाली)। हलके में वीरवार को अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला। इस बीच वन विभाग और गमाडा की टीमों ने एक साथ अलग-अलग जगह अवैध निर्माण ध्वस्त किए। नयागांव के गांव मसौल में पहाड़ काटकर बनाए गए फार्म हाउस पर भी बुलडोजर की कार्रवाई की गई। वन विभाग ने यहां अवैध निर्माण ध्वस्त कर तत्काल ही करीब दस हजार पौधे लगा दिए।
गौरतलब है कि यहां वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। पर्वतीय क्षेत्र में फेयर हैवेन प्रोजक्ट के नाम से फार्म हाउस के लिए एक से दो एकड़ तक के 45 प्लाट काटे गए थे। इनमें से कुछ प्लाट का सौदा भी हो चुका है। यह फार्म हाउस कर्नल बलजीत सिंह संधू द्वारा पहाड़ों को काटकर बनाया गया था। मामले में इसी महीने 9 मई को करनल बीएस संधू के खिलाफ वन विभाग ने केस दर्ज कराया था।
कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस जवान सहित अधिकारी मौके पर मौजूद थे।
जिला वन अधिकारी गुरअमन ने विभाग के उच्च अधिकारियों, माइनिंग विभाग एवं गमाडा को फेयर हेवन पर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा था। इसके चलते मोहाली एडीसी बराड़ ने संबंधित विभागों और ब्लाक माजरी तहसील के उप तहसीलदार दीपक भारद्वाज को ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाकर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए गए ।
कांसल एरिया में नगर काउंसिल ने की कार्रवाई, अवैध निर्माण ढहाए
दूसरी ओर इसी दौरान कांसल में नगर काउंसिल ने कार्रवाई की। यहां करीब चार अवैध निर्माण ढहाए गए। कांसल सुखना कैचमेंट एरिया में आता है। हाई कोर्ट ने यहां निर्माण पर रोक लगा रखी है। फिर भी इलाके में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। कार्रवाई से पहले नगर काउंसिल ने मकान मालिकों को नोटिस दिए थे।
2012 में हाई कोर्ट ने सुखना कैचमेंट एरिया में निर्माण पर लगा दी थी रोक
सुखना लेक के आसपास के इलाकों से सुखना कैचमेंट एरिया जुड़ा हुआ है। इस कारण 2012 में हाई कोर्ट ने इस इलाके में निर्माण कार्य पर रोक लगा दी थी। हालांकि अभी यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। गांव कांसल का इलाका नगर काउंसिल नयागांव की हद में आता है। वीरवार को नगर काउंसिल की टीम की ओर से इलाके में चार अवैध मकानों ढहाए गए। कार्यकारी अधिकारी वीरेंदर जैन ने बताया कि चारों मकानों के मालिकों को पहले नोटिस दिया गया था, लेकिन निर्माण जारी रहा।
वन क्षेत्र में पेड़ों को नुकसान पहुंचाया गया था। मामले में केस दर्ज कराने के बाद डीसी को पत्र लिखा गया था। एडीसी के आदेश पर वन विभाग की जमीन पर कार्रवाई कर पौधे लगाए गए। हमनें गमाडा के साथ मिलकर दस हजार नए पौधे लगाए हैं। हमारी तरफ से की गई कार्रवाई उन सभी लोगों के लिए भी एक चेतावनी है, जिन्होंने वन विभाग की जमीन पर अवैध निर्माण किया है।
- गुरअमन सिंह, जिला वन अधिकारी मोहाली।
वन विभाग की ओर से की गई कार्रवाई पूरी तरह से गलत और पक्षपात पूर्ण है। विभाग के अधिकारी व्यक्तिगत रंजिश के तहत काम कर रहे हैं। विभाग सिर्फ हमारे खिलाफ ही कार्रवाई कर रहा है। जल्द ही हमारी तरह से मामले में बड़े खुलासे किए जाएंगे।
- देवेंद्र सिंह संधू, पुत्र बलजीत सिंह संधू (कारोबारी)।