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बूथ मार्केट के दुकानदारों ने सरकारी जमीन पर किए पक्के कब्जे, नहीं हो रही कार्रवाई Chandigarh News

शहर की मार्केट में शोरूम के बाहर तो अवैध कब्जे पहले से ही बरकरार है लेकिन अब उनकी देखा देखी में दुकानदार पक्के कब्जे जमाकर बांटे है।

By Edited By: Published: Sun, 16 Feb 2020 09:22 PM (IST)Updated: Mon, 17 Feb 2020 08:45 AM (IST)
बूथ मार्केट के दुकानदारों ने सरकारी जमीन पर किए पक्के कब्जे, नहीं हो रही कार्रवाई Chandigarh News
बूथ मार्केट के दुकानदारों ने सरकारी जमीन पर किए पक्के कब्जे, नहीं हो रही कार्रवाई Chandigarh News

मोहाली, जेएनएन। शहर की मार्केट में शोरूम के बाहर तो अवैध कब्जे पहले से ही बरकरार है लेकिन अब उनकी देखा देखी में बूथ मार्केट के दुकानदारों ने भी सरकारी जमीन पर पक्के कब्जे कर लिए हैं। जगह-जगह हो रहे नाजायज कब्जे इस बात को साबित करते हैं कि एनक्रोचमेंट विंग ऐसे दुकानदारों या शोरूम मालिक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही। जिस कारण दुकानदारों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। शहर में चल रही बूथ मार्केट में छोटे दुकानदारों ने अपनी दुकान के बाहर बरामदों में इस तरह कब्जा किया हुआ है कि वहां से पैदल निकलना भी मुश्किल हो चुका है।

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धीरे-धीरे यह दुकानदार अपना सामान सड़क तक ले आए हैं, जिस कारण मार्केट में आने वाले लोगों का चलना फिरना दुर्भर हो चुका है। इंडस्ट्रियल एरिया फेज सात में आलम यहां तक आ पहुंचा है कि बूथों में सेठी टायर के नाम से दुकान चला रहे दुकानदार ने बूथ के बाहर तो टायरों से कब्जा किया ही हुआ है, लेकिन उसके बावजूद सरकारी जमीन पर पानी की टंकी बना डाली और व्हील बैलेंसिंग के लिए करीब आठ फुट गहरा गड्ढा (डग) बनाकर कब्जा किया हुआ है।

सेठी टायर का कॉर्नर बूथ है, जिसने अपने चारों तक सरकारी जमीन पर कब्जा किया हुआ है। वहीं इसी बूथ मार्केट में किरयाने की दुकान चलाने वाले दुकानदारों ने भी दुकान से ज्यादा सामान बाहर सड़क पर रखा हुआ है। सरकारी जमीन पर बना दिया गुरुद्वारा दुकानदारों के कब्जे तो बरकरार है हीं, लेकिन शहर में खाली पड़ी सरकारी जमीनों पर मंदिर-गुरुद्वारे बनाकर अवैध रूप से कब्जे किए जा रहे हैं।

पहले तो केवल सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से ज्यादातर दुकानदारों द्वारा कब्जा किया जाता था। लेकिन अब अतिक्रमणकारियों का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि सरकारी जमीन को भगवान के नाम इस्तेमाल कर कब्जा किया जा रहा है। सेक्टर-57 में सरकारी जमीन पर मंदिर व गुरुद्वारा बनाकर कब्जा किया हुआ है, जिनका कोर्ट केस चल रहा है।

रसूखदारों के फोन के आगे बेबस अधिकारी

शुरुआत में अतिक्रमण नहीं हटाने पर बाद में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को सख्ती अपनानी पड़ती है। अगर शुरुआत में ही इस पर कार्रवाई और रोक लगा दी जाए तो अतिक्रमण पर लगाम लग सकता है। जानकारी हो की शहर के विभिन्न जगहों पर लोगों ने खाली पड़ी जमीन पर अतिक्रमण कर दुकानों का निर्माण कर लिया है। जिसमें कई माफिया भी शामिल हैं। लेकिन अतिक्रमण हटाओ दस्ते का कहना है कि जब वह कार्रवाई के लिए जाते है तो कार्रवाई से पहले रसूखदारों के फोन आ जाते हैं, जिसपर उन्हें कार्रवाई को रोकना पड़ता है।

सरकारी जमीन पर पानी की टंकी व आठ फुट गहरा गड्ढा बनाने का मामला बिल्डिंग ब्रांच के अधिकार क्षेत्र में आता है और दुकानों के बाहर हुए कब्जे तह बाजारी विंग के अधिकार में आते हैं।

-गुरमीत सिंह टिवाणा, सेनेटरी इंस्पेक्टर

समय-समय पर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। पानी की टंकी व डग के लिए कार्रवाई बिल्डिंग ब्रांच करेगी। बाकी जब भी एनक्रोचमेंट टीम चेकिंग पर जाती है तो दुकानदारों का सामान भी जब्त किया जाता है और चालान भी काटा जाता है।

-जसविंदर सिंह, तह बाजारी अधिकारी

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