पंजाब में बढ़ा भाजपा का कुनबा, 70 नेताओं के शामिल होने के बाद बैंस बंधुओं की पार्टी से गठजोड़ संभव
Punjab Chunav 2022 पंजाब में भाजपा का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। राज्य में अकाल तख्त के पूर्व जत्थेेदार गुरचरण सिंह टोहडा के परिवार के सदस्यों के साथ करीब 70 नेता भाजपा में शामिल हाेने के बाद अब बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी से गठबंधन की तैयारी है।
लुधियाना/चंडीगढ़, जेएनएन। Punjab Chunav 2022: पंजाब में भाजपा विधानसभा चुनाव के लिए जोरशोर से तैयारिेयों मेंं जुटी हुई है। पार्टी में अन्य दलों के नेताओं के शामिल होने का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही भाजपा के साथ अन्य दलों का गठबंधन भी हो सकता है। बैंस बंधुओं की लोक इंसाफ पार्टी भी भाजपा से गठबंधन कर सकती है। पंजाब में भाजपा गठबंधन में पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा का शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) शामिल हैं।
लोक इंसाफ पार्टी और भाजपा के नेताओं के बीच गठबंधन के लिए बातचीत शुरू
पंजाब में विधानसभा चुनाव को लेकर रोजाना बदल रहे समीकरणों के बीच अब लोक इंसाफ पार्टी (लिप) भी भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत कर रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार लिप के नेता चाहते हैं कि वह अकेले चुनाव लड़ने के बजाए गठबंधन करके मैदान में उतरें। इसके लिए बैंस बंधुओं ने भाजपा के समक्ष लिप को लुधियाना दक्षिण, आत्मनगर और हलका गिल की सीटें देने की मांग रखी है।
राजनीति के जानकारों के अनुसार अगर विप का भाजपा के साथ गठबंधन होता है तो कई हलकों के राजनीतिक समीकरण बदलेंगे। उल्लेखनीय है कि 2012 के विधानसभा चुनाव में बलविंदर सिंह बैंस और सिमरजीत सिंह बैंस ने लुधियाना साउथ व आत्मनगर हलकों से आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीता था। 2016 में उन्होंने लोक इंसाफ पार्टी का गठन किया और 2017 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन कर पांच सीटों पर चुनाव लड़ा। लुधियाना साउथ और आत्मनगर हलके से दोनों भाइयों ने दोबारा जीत दर्ज की थी।
किसी भी अन्य पार्टी से गठबंधन संभव : बलविंदर बैंस
लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख बलविंदर सिंह बैंस ने कहा कि वह किसी पार्टी में शामिल नहीं हो रहे हैं लेकिन उनकी पार्टी का किसी अन्य पार्टी से गठबंधन जरूर हो सकता है। इसे लेकर बातचीत जारी है। जो पार्टी पंजाब, पंजाबियत और राज्य की समस्याओं को लेकर गंभीर होगी उसके साथ लोक इंसाफ पार्टी गठबंधन कर सकती है। आने वाले कुछ दिन में तस्वीर साफ हो जाएगी।
इससे साथ ही मंगलवार को भाजपा में श्री अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार गुरचरण सिंह तोहड़ा के परिवार सहित करीब 70 नेता शामिल हुए हैं। भाजपा में शामिल होने वालों में पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की बुआ के बेटे व पूर्व कांग्रेस विधायक अरविंदर खन्ना और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के चचेरे भाई जसविंदर सिंह धालीवाल भी शामिल हैं।
विभिन्न पार्टियों व संगठनों के कई नेता मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। इनमें कैप्टन की पूर्व ओएसडी लखविंदर कौर गरचा और गर्मख्याली संस्था संगठन सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (एसएसएफ) के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष और श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार के पूर्व पीए इकबाल सिंह तुंग का नाम भी शामिल हैं।
अरविंद खन्ना, जसविंदर धालीवाल ने भी थामा भाजपा का दामन
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा कि दिल्ली में पार्टी हाईकमान के नेतृत्व में कांग्रेस के पूर्व विधायक अरविंद खन्ना और गुरचरण सिंह टोहड़ा के परिवार के सदस्यों सहित कुछ अन्य पार्टियों के नेता भाजपा में शामिल हुए। जबकि विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक व अन्य संगठनों के करीब 68 नेताओं ने चंडीगढ़ में अपने साथियों सहित भाजपा का दामन थाम लिया।
अरविंद कैप्टन के फूफेरे और जसविंदर हैं चन्नी के चचेरे भाई
अरविंद खन्ना ने 2002 में संगरूर और 2012 में धूरी से कांग्रेस टिकट पर विधानसभा चुनाव जीता था। खन्ना ने 1998 में अकाली दल से राजनीति की शुरूआत की थी। 2004 में उन्होंने लोकसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन हार गए। 2015 में घरेलू समस्याओं के कारण उन्होंने विधायक पद से त्यागपत्र दे दिया था। दिल्ली के बड़े व्यवसायी अर¨वद खन्ना ने 1997 में संगरूर में उम्मीद फाउंडेशन शुरू की थी। उनका संगरूर और बरनाला में मजबूत आधार है।
ये नेता हुआ शामिल
शिरोमणि अकाली दल (बादल) के लुधियाना के यूथ विंग के जिला अध्यक्ष गुरदीप गोशा, यूथ कांग्रेस के हलका शुतराना के उपाध्यक्ष बेअंत सिंह, सरहदी वेल्फेयर एंड डवलपमेंट सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष कैप्टन अमनदीप सिंह (गुरदासपुर), रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल गुरप्रकाश सिंह विर्क, राय सिख सुधार सभा के पूरण चंद, रणवीर सिंह रानिया, बसपा नेता चौधरी अर्जुन सिंह कंसल, आल इंडिया जाट महासभा चंडीगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष राजिंदर सिंह बधेरी अपने साथियों सहित भाजपा में शामिल हुए।
मोदी सरकार ने सिखों के मुद्दों पर गंभीरता दिखाई : सरचांद
दमदमी टकसाल के पूर्व प्रवक्ता और सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (एसएसएफ) के पूर्व कार्यवाहक अध्यक्ष सरचांद सिंह भी जल्द ही भाजपा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार ने सिखों के मसलों को गंभीरता से नहीं लिया। परंतु मोदी सरकार ने सिखों के मुद्दों पर गंभीरता दिखाई है और हमारा फर्ज बनता है कि उनका हाथ मजबूत किए जाए। उन्होंने कहा कि सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष इकबाल सिंह तुंग भी इसी कारण भाजपा में शामिल हुए हैं। तुंग को शामिल कराए जाने के मौके पर सरचांद भी वहां मौजूद रहे।
राज्य का बुरा-भला जानने वाले जुड़ रहे हैं भाजपा के साथ : अश्वनी
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब अमन-शांति चाहता है और लोगों के आशीर्वाद से पंजाब में भाजपा सरकार बनेगी। राज्य में मजबूत कानून-व्यवस्था लागू की जाएगी। राज्य का भला-बुरा अच्छी तरह जानने वाले लोग भाजपा से जुड़ रहे हैं।