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पंजाब सीएम अमरिंदर बोले: किसानों को अर्बन नक्सली के साथ जोड़कर बदनाम करना बंद करे भाजपा

Farmers Protest पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन को लेकर भाजपा पर हमला किया है। कैपटन अमरिंदर ने कहा कि भाजपा आंदोलनकारी किसानों को बदनाम करना बंद करे और उनको अर्बन नक्‍सलियों से जोड़ना बंद करे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 28 Dec 2020 07:12 AM (IST)Updated: Mon, 28 Dec 2020 07:12 AM (IST)
पंजाब सीएम अमरिंदर बोले: किसानों को अर्बन नक्सली के साथ जोड़कर बदनाम करना बंद करे भाजपा
पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैपटन अमरिंदर सिंह। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता संघर्षशील किसानों के खिलाफ अपमानजनक भाषा इस्तेमाल करने से परहेज करें। मुख्यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि पार्टी इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे किसानों को 'अर्बन नक्सली', खालिस्तानी' और 'बदमाश' जैसे घृणाजनक नामों के द्वारा बदनाम करने की चाल बंद करे।

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कहा- हक की लड़ाई लड़ रहे नागरिकों व आतंकवादियों में फर्क नहीं पता भाजपा को

उन्होंने कहा कि यदि भाजपा अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे नागरिकों और आतंकवादियों, दहशतगर्दों, गुंडों के बीच फर्क नहीं कर सकती है तो उसे लोगों की पार्टी होने का रचा जा रहा आडंबर भी छोड़ देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो पार्टी लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग करने वाले नागरिकों को नक्सली और आतंकवादी बताती हो, उस पार्टी के पास इन नागरिकों पर सत्ता करने का भी कोई हक नहीं है।

कैप्‍टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में किसानों को 'अर्बन नक्सली' बताने वाला भाजपा के महासचिव तरुण चुग  का बयान बेहद गलत है। कैप्टन ने कहा कि इन टिप्पणियों से भाजपा लीडरशिप अपने राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने की खातिर बौखलाहट में आकर निचले स्तर पर उतर आई है। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों से खफा हुए किसानों द्वारा किए गए ऐसे प्रदर्शन सिर्फ पंजाब में ही नहीं, बल्कि भाजपा की हुकूमत वाले हरियाणा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने चुघ से कहा कि क्या इन सभी स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे किसान आपको नक्सलियों जैसे दिखाई देते हैं? क्या इसका मतलब हैं कि हरेक तरफ अमन-कानून की व्यवस्था बिगड़ चुकी है? किसान नेताओं द्वारा अपने स्तर पर प्रदर्शनकारी किसानों को मोबाइल टावरों की बिजली सप्लाई न काटने की अपील करने का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे स्पष्ट हो जाता है कि कुछ स्थानों पर जमीनी स्तर पर जो कुछ देखा जा रहा है, वह किसानों के गुस्सा को दिखाता है, जिनको नए कृषि कानूनों के नतीजे के तौर पर अपना भविष्य धुंधला नजर आ रहा है।

उन्होंने कहा कि किसान संगठन भी यह साफ कर रहे हैं कि वह नहीं चाहते कि किसान ऐसी गतिविधियों में हिस्सा बनें। किसान संगठनों ने तो सभी प्रदर्शनकारियों और किसानों के साथ खड़े होने वाले लोगों को टेलीकाम प्रोवाइडर, जिसका उन्होंने बहिष्कार करने का फैसला किया है, के नेटवर्क से नंबर पोर्ट करवाने की सलाह दी थी।

शहरी नक्सलवाद को बढ़ावा दे रहे हैैं कैप्टन : चुग

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह शहरी नक्सलवाद को बढ़ा दे रहे हैं। पंजाब में दो दर्जन से अधिक स्थानों पर मोबाइल टावर की लाइनों को उखाड़ कर उनका बिजली कनेक्शन काटने की घटनाओं में शहरी नक्सली ताकतों का हाथ है। चुग ने कैप्टन से सवाल किया, 'क्या आपने पंजाब में नक्सली ताकतों के साथ मिलकर कानून व्यवस्था को ध्वस्त करने के लिए ऐसे समाज विरोधी तत्वों से हाथ मिला लिया है?'

चुग ने कहा कि पंजाब में पिछले कुछ समय से सड़क और रेल मार्ग बाधित करने की घटनाओं में सरकारी मिलीभगत साफ तौर पर दिखाई दे रही है। समाज विरोधी तत्व टोल प्लाजा, सड़क व रेल मार्ग बाधित करके पंजाब के उद्योग, कारोबारियों और राज्य की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने पर तुले हुए हैैं। किसानों के आंदोलन के नाम पर पंजाब में शहरी नक्सलवाद को पनपने दिया जा रहा है। कैप्टन ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करके पंजाब को संकट में धकेल रहे हैैं। 

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