उपसभापति को लेकर शिअद सांसदों के अलग-अलग बोल, पर देंगे एनडीए का साथ
राज्यसभा उपसभापति चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल सांसदों के बोल अलग-अलग हैं। इस मामले में चंदूमाजरा व ढींडसा ने अलग-अलग बयान दिए हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। राज्यसभा उपसभापति चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल सांसदों के बोल अलग-अलग हैं। जहां शिअद सांसद प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने उन दावों को खारिज किया है जिसमें कहा जा रहा था कि पार्टी ने राज्यसभा उपसभापति पद के लिए दावा किया था। उन्होंने कहा कि वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं, जो भी गठबंधन का फैसला होगा वह शिअद को मान्य है। वहीं, सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि एनडीए ने पहले पार्टी के नरेश गुजराल को इस पद पर चुनाव लड़ाने की बात कही थी।
ढीडसा से कहा कि वह एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं। गठबंधन का जो भी फैसला होगा वह शिअद को मान्य है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीदवार को लेकर कोई समस्या नहीं है, क्योंकि जेडीयू भी हमारा मित्र है, लेकिन पहले गठबंधन ने हमारे उम्मीदवार नरेश गुजराल को तैयार करने के लिए कहा था। गुजराल तैयारी कर ही रहे थे कि अचानक पता चला कि जेडीयू नेता को उम्मीदवार बनाया गया है।
बता दें, इससे पूर्व चर्चाएं थी कि भाजपा ने राज्यसभा के उप सभापति पद के लिए अपने गठबंधन सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के दावे को खारिज कर दिया है। शिअद ने सुखदेव सिंह ढींडसा और नरेश गुजराल के दो सदस्यीय पैनल में से किसी एक के नाम पर विचार करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन इसे भाजपा ने इसे खारिज कर दिया। हालांकि इस बात को चंदूमाजरा ने खारिज कर दिया था। अब ढींडसा ने इस बारे में स्पष्ट किया है।
बताया जा रहा था कि अस्वीकृति पर उलझन के चलते शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल ने अकाली संसदीय समूह की एक बैठक बुलाई थी। यहां तक कहा जा रहा था कि शिअद राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव के लिए मतदान का बहिष्कार कर सकता है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें