पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका, बाजवा के भाई सहित दो विधायक भाजपा में शामिल, क्रिकेटर मोंगिया भी बने भाजपाई
पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कादियां के कांग्रेस के विधायक व प्रताप सिंह बाजवा के छोटे भाई विधायक फतेहजंग बाजवा व विधायक बलविंदर लाडी भाजपा में शामिल हो गए हैं। क्रिकेटर दिनेश मोंगिया भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। कादियां के कांग्रेस के विधायक व प्रताप सिंह बाजवा के छोटे भाई विधायक फतेहजंग बाजवा व विधायक बलविंदर लाडी भाजपा में शामिल हो गए हैं। इसके अलावा क्रिकेटर दिनेश मोंगिया ने भी आज दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया है।
Former cricketer Dinesh Mongia joins Bharatiya Janata Party in Delhi. pic.twitter.com/ChOa6wrDEr
— ANI (@ANI) December 28, 2021
उक्त नेताओं के अलावा अकाली दल से तीन बार विधायक रहे गुरतेज गुढियान भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने इन नेताओं को दिल्ली में पार्टी की सदस्यता दिलवाई। नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले दिनों बाजवा को कादियां से उम्मीदवार घोषित किया था। हालांकि, प्रताप सिंह बाजवा भी कादियां सीट से दावा ठोक रहे थे। उनका कहना था कि वो कादियां से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन किसके खिलाफ वो समय आने पर पता चलेगा। कैप्टन के करीबी हैं। इससे पहले राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने भाजपा का दामन थामा था।
I want to serve the people of Punjab by joining the Bharatiya Janata Party. Today, there is no other party that can work better than the BJP for the development of the country: Dinesh Mongia at BJP headquarters in Delhi pic.twitter.com/GRey1SC94L
— ANI (@ANI) December 28, 2021
भाजपा का दामन थामने के बाद पूर्व क्रिकेटर दिनेश मोंगिया ने कहा कि पंजाब के लोगों की सेवा करने के लिए उन्होंने भाजपा दामन थामा है। विकास के लिए लोगों के पास भाजपा के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
बता दें, कृषि कानूनों की वापसी के बाद भाजपा ने पंजाब में अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। पार्टी लगातार राज्य में अपना कुनबा बढ़ा रही है। किसान आंदोलन के दौरान पंजाब मे भाजपा नेताओं का विरोध किया जा रहा था, लेकिन कानूनों की वापसी पंजाब में भाजपा के लिए संजीवनी बनी है। अब दूसरे दलों के नेता भाजपा से परहेज नहीं कर रहे।
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा पहले ही पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की लोक कांग्रेस पार्टी ेके साथ गठबंधन कर चुकी है। भाजपा जिस तरीके से अपना कुनबा बढ़ा रही है और राज्य में अभुभवी नेताओं को अपने साथ जोड़ रही है उससे विधानसभा चुनावों में पार्टी अन्य दलों को बड़ी चुनौती दे सकती है। राज्य में कांग्रेस, आप, शिअद-भाजपा गठबंधन व भाजपा के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होने की संभावना है। इसके अलावा किसान संगठनों ने भी चुनाव लड़ने की ताल ठोकी हुई है। पंजाब में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा, मुकाबला और रोचक होता जाएगा।