अध्यक्ष बनते ही बोले मान- पार्टी छोड़ने वालों के लिए वापसी के दरवाजे खुले
सांसद भगवंत मान ने पंजाब के आम आदमी पार्टी के प्रधान का पद फिर से संभाल लिया है। मान ने कहा कि नशे के मुद्दे पर उनका स्टैंड पहले वाला ही है।
जेएनएन, चंडीगढ़: आप सांसद भगवंत ने बुधवार को फिर से पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने के तत्काल बाद कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश दिया। चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़कर गए नेताओं के लिए वापसी के दरवाजे खुले हैं। वह नाराज वर्करों और नेताओं को मनाने का हरसंभव प्रयास करेंगे।
इस मौके पर पहुंचे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि भगवंत मान के नेतृत्व में पार्टी और मजबूत होगी।
भगवंत मान ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार के माडल को पंजाब के गांव-गांव और घर-घर तक ले कर जाएंगे। केजरीवाल ने बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने बारे अपना पक्ष बता दिया है। अब सारा शक दूर हो गया है। केजरीवाल को एक साजिश के अंतर्गत अदालती मामलों में फसाया गया था। केजरीवाल ने सिर्फ बिक्रम मजीठिया से ही नहीं, बल्कि 34 के करीब मामलों में माफी मांगी है।
मान ने मजीठिया के खिलाफ पंजाब यूनिट की तरफ से नशे के मुद्दे पर तब तक विरोध जारी रखने की चुनौती दी, जब तक वे नशे के जाल को खत्म नहीं कर लेते। शराब छोडऩे के सवाल पर मान ने कहा कि कुछ लोगों ने साजिश कर मेरे बारे में गलत धारणा फैलाई थी। इसके जवाब में मैंने बरनाला रैली में सार्वजनिक तौर पर एलान किया।
लालची लोगों के पार्टी छोडऩे से लाभ हुआ: सिसोदिया
मनीष सिसोदिया ने कहा कि ओहदों के लालची लोगों के पार्टी छोडऩे से आप का भला हुआ है। पानी और चंडीगढ़ के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस पंजाब की कोर कमेटी फैसला लेगी। आप जन हित के लिए लड़े गए आंदोलन में से निकली पार्टी है, लेकिन फिर भी बहुत से लोग बड़े ओहदे हासिल करने के लिए इसमें घुस गए थे।
कई नेता आप में शामिल
मान की दोबारा ताजपोशी के दौरान रामपुरा फूल हलके से संबंधित प्रिंसिपल दलजीत सिंह भगता भाइका आप में शामिल हुए। इसी तरह पटियाला से पिछले 50 सालों से कांग्रेसी परिवार से संबंधित संजीव गुप्ता, जैतो से तृणमूल कांग्रेस से 2017 में उम्मीदवार रहे अवतार सिंह सहोता और साहनेवाल से आजाद उम्मीदवार रहे दलीप सिंह अपने समर्थकों के साथ पार्टी में शामिल हो गए।