चंडीगढ़ में बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर लेकिन कई खेलों के कोच नहीं, प्राइवेट अकादमियां की हो रही मौज
चंडीगढ़ में बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर है। इस वजह से पंजाब हरियाणा हिमाचल उत्तराखंड उत्तर प्रदेश और बिहार के खिलाड़ी भी बेहतर कोचिंग के लिए चंडीगढ़ आते हैं लेकिन कोच नहीं होने की वजह से इन खिलाड़ियों को मजबूरन प्राइवेट अकादमियों में जाकर कोचिंग लेनी पड़ती है।
विकास शर्मा, चंडीगढ़। चंडीगढ़ बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर है। इस वजह से शहर को स्पोर्ट्स हब के तौर पर देखा जाता है। शहर में बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर होने के बावजूद खिलाड़ियों को इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है।
मौजूदा समय में यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट में खो-खो, कबड्डी, साफ्टबाल, फेंसिंग, शूटिंग, महिला रेसलिंग, बेसबाल, साइकिलिंग और गोल्फ जैसी खेलों का एक भी कोच नहीं है, जबकि इन खेलों में शहर के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं।
चंडीगढ़ ही नहीं, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार के खिलाड़ी भी बेहतर कोचिंग के लिए शहर आते हैं, लेकिन कोच नहीं होने की वजह से इन खिलाड़ियों को मजबूरन प्राइवेट अकादमियों में जाकर कोचिंग लेनी पड़ती है। इस वजह से प्राइवेट स्पोर्ट्स एकेडमियों की मौज हो रही है।
शहर से कई इंटरनेशनल शूटर निकल चुके हैं बावजूद डिपार्टमेंट में एक भी शूटिंग कोच नहीं है। कबड्डी में चंडीगढ़ में टीम कई सालों से शानदार प्रदर्शन रही है। खेलो इंडिया -2018 में चंडीगढ़ की कबड्डी टीम ने जूनियर व सीनियर कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था। पिछले साल पीयू की टीम ने आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी में सिल्वर मेडल जीता था। साल 2019 खेलो इंडिया में चंडीगढ़ जूनियर ब्वाज एंड गर्ल्स कैटेगरी की टीम ने ब्रांज मेडल जीता था। दो साल पहले यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट ने कोचों की भर्ती को लेकर आवेदन भी मांगे थे। बावजूद अभी तक इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया को आगे नहीं बढ़ाया जा सका है। कोच नहीं होने से निजी अकादमियां खूब पनप रही हैं।
शहर में बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर
यूटी स्पोर्ट्स डिपार्टमेंट के पास बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर है। शहर में मौजूदा समय में एक क्रिकेट स्टेडियम, तीन हाकी एस्ट्रो टर्फ ग्राउंड, दो आल वेदर स्वीमिंग पूल हैं। इसके अलावा स्पोर्ट्स कांप्लेक्स मनीमाजरा, सेक्टर -34, सेक्टर -7, सेक्टर -38, सेक्टर -46, सेक्टर -43, सेक्टर -42, सेक्टर -50, सेक्टर -52 और सारंगपुर है। इसके अलावा कई स्कूलों में चल रही अकादमियां भी अपनी अलग पहचान रखती हैं। इनमें एसडी स्कूल की बाक्सिंग अकादमी, जीएमएसएसएस -26 में गर्ल्स क्रिकेट अकादमी, सेंट स्टीफन स्कूल में फुटबाल अकादमी और डीएवी स्कूल सेक्टर-8 की क्रिकेट अकादमी इनमें प्रमुख हैं। खिलाड़ियों को बेहतर स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के बावजूद कोच नहीं होने की वजह से इसका फायदा नहीं मिल रहा है।
सर्विस रूल्स में बदलाव की वजह से हो रही देरी
यूटी सपोर्ट्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि हमने कोचों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की थी। इसमें आवेदनों की स्क्रीनिंग का काम भी पूरा हो गया था। बावजूद इसके पहले कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन नियुक्तियों को कुछ समय के लिए टाल दिया गया। अब सर्विस रूल बदलने की वजह से यह सारी प्रक्रिया दोबारा नए सिरे से करनी पड़ेगी।