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चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल लाहौर और भवन विद्यालय को बेस्ट स्कूल अवार्ड, शहर का सबसे पुराना स्कूल है DAV-8

डीएवी (लाहौर) प्रिंसिपल डा. विभा राय ने अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि डीएवी को लगातार तीसरी बार यह अवार्ड मिल रहा है और वह काफी खुश हैं कि जिस उद्देश्य के लिए संस्थान का निर्माण किया गया था वह उसे सही ढंग से पूरा कर रहा है।

By Ankesh ThakurEdited By: Published: Mon, 18 Oct 2021 03:55 PM (IST)Updated: Mon, 18 Oct 2021 03:55 PM (IST)
चंडीगढ़ के डीएवी स्कूल लाहौर और भवन विद्यालय को बेस्ट स्कूल अवार्ड, शहर का सबसे पुराना स्कूल है DAV-8
डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लाहौर) की प्रिंसिपल डा. विभा राय को यह अवार्ड दिया गया।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ बाल अधिकार संरक्षण आयोग (सीसीपीसीआर) ने हाल ही में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था, जिसमें सलाहकार धर्म पाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए थे। इस कार्यक्रम में सेक्टर-8 स्थित डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लाहौर) और सेक्टर-27 स्थित भवन विद्यालय स्कूल को बेस्ट स्कूल के अवार्ड से नवाजा गया। डीएवी (लाहौर) को लगातार तीसरी बार शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए सीसीपीसीआर से अवार्ड मिला है।

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डीएवी (लाहौर) प्रिंसिपल डा. विभा राय ने अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि डीएवी को लगातार तीसरी बार यह अवार्ड मिल रहा है और वह काफी खुश हैं कि जिस उद्देश्य के लिए संस्थान का निर्माण किया गया था, वह उसे सही ढंग से पूरा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह अवार्ड केवल स्कूल को नहीं मिला बल्कि स्कूल के स्टाफ, टीचर्स और स्टूडेंट्स की मेहनत का फल है। डीएवी स्कूल शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से एक है और इस नाते यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि स्टूडेंट्स को पढ़ाई के साथ साथ अपनी संस्कृति से भी जोड़े रखना हमारा कर्तव्य है।

भवन विद्यालय को भी मिला अवार्ड

सेक्टर-27 स्थित भवन विद्यालय ने 2020-21 में अपनी विभिन्न पहलों के माध्यम से अपने छात्रों को सशक्त बनाने और उनके नेतृत्व गुणों को बढ़ाने में के लिए प्रतिष्ठित सीसीपीसीआर पुरस्कार जीता। स्कूल प्रिंसिपल विनिता अरोड़ा ने कहा कि स्कूल हमेशा अपनी अनुकरणीय प्रथाओं और शिक्षा के लिए छात्र केंद्रित दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध रहा है, क्योंकि यह स्कूली पाठ्यक्रम के शैक्षिक और गैर-शैक्षिक क्षेत्रों के बीच एक कुशल संतुलन बनाए रखता है। स्कूल की ओर से हर एग्जाम में टॉपर नहीं दिया।ऐसे में स्कूल आने वाले समय में भी अपनी प्रतिष्ठता ऐसे ही बनाए रखेगा।


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