शहर के 11 लेखकों को मिलेगा बेस्ट बुक अवार्ड, हिंदी के पांच और पंजाबी के चार साहित्यकार होंगे सम्मानित
चंडीगढ़ साहित्य अकादमी द्वारा दिए जाने वाले वार्षिक बुक अवार्ड में इस बार 11 लेखकों को चुना गया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। चंडीगढ़ साहित्य अकादमी द्वारा दिए जाने वाले वार्षिक बुक अवार्ड में इस बार 11 लेखकों को चुना गया। इसमें अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी और उर्दू भाषा के कवियों को चुना गया। अकादमी ने वर्ष 2018 में लिखी बेस्ट किताबों में से ट्राईसिटी के लेखकों को अपनी किताबों के साथ आमंत्रित किया गया। इसमें अकादमी के पास हजारों की संख्या में किताबें पहुंची, जिसमें से 11 किताबों को ये सम्मान दिया गया। सभी लेखकों को पुरस्कार के रूप में 25 हजार रुपये नकद दिए जाएंगे।
हिंदी के पांच और पंजाबी के चार साहित्यकारों को मिला सम्मान
अकादमी द्वारा बेस्ट बुक में हिंदी के पांच और पंजाबी के चार साहित्यकारों को ये सम्मान मिला। इसमें हिंदी में शशि प्रभा की नॉवेल मैं मुक्ता हूं, अमरजीत अमर को कविता संग्रह भोर की आस पर, प्रज्ञा शारदा को कहानी संग्रह अगले मोड़ पर, अनिता सुरभी को बच्चों की कहानी तिलस्मी मेहल और जंग बहादुर को ट्रांसलेशन में कितने चांदर जुपिटर के लिए ये सम्मान दिया गया। इसके अलावा पंजाबी में दलजीत कौर सैनी को बच्चों के साहित्य तारियां दी दुनियां, नरेंद्र पाल सिंह कोमल को उपन्यास कुणी दा मतलब एह ता नहीं, सुभाष शर्मा को कविता संग्रह मैं पांचाली और अरविंदर जोहल को ट्रांसलेशन में कश्मीर की दास्तान के लिए ये सम्मान दिया जाएगा।
अंग्रेजी और उर्दू की एक ही पुस्तक को मिला सम्मान
अकादमी के वार्षिक उत्सव में अंग्रेजी भाषा में केवल एक ही लेखक को सम्मान दिया गया। ये सम्मान माशा कौर को उनके उपन्यास सोहणी महिवाल के लिए दिया गया। जिसमें उन्होंने सोहणी और महिवाल की कहानी को अपने अंदाज में लिखा। इसके अलावा उर्दू भाषा में भी केवल एक ही पुस्तक को सम्मान दिया गया। प्रोफेसर एसएस भट्टी को ये सम्मान उनकी उर्दू कविता संग्रह शऊर-ए- बेखुदी के लिए दिया गया।