कैंटीन में एकसाथ लंच करने पर रोक, चाय की चुस्की भी दूर रहकर
कैंटीन और ऑफिस में एकसाथ बैठकर अब कोई भी इंप्लाई लंच नहीं कर सकता।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : कैंटीन और ऑफिस में एकसाथ बैठकर अब कोई भी इंप्लाई लंच नहीं कर सकता। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कैंटीन या ऑफिस रूम में इकट्ठे बैठकर लंच करने पर पाबंदी लगा दी है। यह फैसला एजुकेशन डिपार्टमेंट में लंबी खिंच रही कोरोना चेन के बाद लिया गया है। एजुकेशन डिपार्टमेंट के इंप्लाइज ने अपने एक साथी की प्रमोशन और जन्मदिन पर केक काटा था। जिससे नौ से अधिक पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इसको देखते हुए प्रशासक ने यह आदेश जारी किए हैं। सोमवार को पंजाब राजभवन में आयोजित ट्राईसिटी के अधिकारियों की ज्वाइंट वॉर रूम मीटिग में इस पर विस्तार से चर्चा की। इतना ही नहीं, टी ब्रेक में भी इंप्लाइज को फिजिकल डिस्टेंसिग रखनी होगी। मास्क पहनना अनिवार्य होगा। एजुकेशन डिपार्टमेंट से आए केसेज को देखते हुए प्रशासक ने कॉलेज ऑफिस के टीचिग और नॉन टीचिग स्टाफ को घर से काम करने के आदेश दिए हैं। आपात स्थिति में ही इन्हें बुलाया जा सकता है। उन्होंने सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट ऑफिसेज से कम से कम स्टाफ में काम करने का आग्रह किया है। कांटेक्ट ट्रेसिग जल्दी से करें
प्रशासक ने मास्क नहीं पहनने पर की जा रही सख्ती पर संतुष्टि जाहिर की है। कोरोना को फैलने से रोकने के लिए उन्होंने लोगों से भी सहयोग मांगा। उन्होंने पॉजिटिव केस की कांटेक्ट ट्रेसिग और आउटसाइडर्स की स्क्रीनिग तेजी से करने के आदेश दिए। इस बीच पीजीआइ डायरेक्टर प्रो. जगत राम ने ऐसे केस भी पीजीआइ भेजने पर चिता जाहिर की, जिनका इलाज जिला स्तर पर किया जा सकता है। इससे इंफ्रास्ट्रक्चर पर बोझ बढ़ता जा रहा है। प्रशासक ने होम सेक्रेटरी एके गुप्ता को आदेश दिए कि वह यह मामला पड़ोसी राज्यों के सामने रखें। ऐसे पेशेंट का इलाज जिला स्तर पर ही किया जाना चाहिए। मोहाली, पंचकूला और चंडीगढ़ के डीसी ने अपने जिले का कोरोना संबंधी ब्योरा मीटिग में दिया।