ब्रेन में ब्लड क्लॉट होने से बेसुध हैं पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर Chandigarh News
राहत की बात यह है कि बुधवार के बाद उन्हें अभी तक दोबारा कोई कार्डियक अरेस्ट नहीं हुआ है।
चंडीगढ़, जेएनएन। मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती पद्मश्री बलबीर ङ्क्षसह सीनियर की हालत अभी भी चिंताजनक है। वे आइसीयू में भर्ती हैं और उनकी सांसें वेंटीलेटर के सहारे चल रही हैं। उनके नाती कबीर ने बताया कि नाना जी एमआरआइ रिपोर्ट में एक ब्लड क्लॉट मिला है। डॉक्टरों की राय है कि इसी वजह से वह बेसुध हैं। इसके अलावा उनके फेफड़ों में संक्रमण हैं। इन सबके बीच राहत की बात यह है कि बुधवार के बाद उन्हें अभी तक दोबारा कोई कार्डियक अरेस्ट नहीं हुआ है।
डॉक्टरों की कहना है कि वह अपनी तरफ कोशिश कर रहें हैं, सीनियर की उम्र मौजूदा समय में 96 साल है, इसी हफ्ते उन्हें तीन बार कार्डियक अरेस्ट हो चुका है। शरीरिक तौर पर भी वह काफी कमजोर हैं, इसलिए उनका इलाज काफी ध्यान से करना पड़ रहा है। वहीं, कबीर ने अपने नाना के जल्द स्वस्थ होने के लिए प्रशंसकों से दुआ करने की अपील की है।
कौन हैं बलबीर सिंह सीनियर
पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर भारत की उन तीन टीमों का हिस्सा रहे हैं जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर देश की शान बढ़ाई। भारत ने वर्ष 1948 में लंदन ओलंपिक, 1952 में हेेेेेेेेेल्सिंकी ओलंपिक व 1956 में मेलबोर्न ओलंपिक में जीत हासिल की थी। यही नहीं, वह 1975 भारतीय हॉकी टीम के मैनेजर और चीफ कोच भी रहे हैं।जब वह कोच थे तब भारत ने हॉकी वर्ल्ड कप जीता था। 1971 में भारत ने पुरुषों के हॉकी वर्ल्डकप में ब्रांज मेडल जीता था। उनकी उपलब्धियों के चलते भारत सरकार ने 1956 में पदमश्री से सम्मानित किया गया। साल 2015 में उन्हें मेजर ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।