बाबुओं की मेहरबानी से पुलिस कर्मियों के अकाउंट में ज्यादा पैसा हुआ ट्रांसफर Chandigarh News
चंडीगढ़ पुलिस हेडक्वार्टर में बैठने वाले बाबुओं की मेहरबानी से सैकड़ों पुलिस कर्मियों के अकाउंट में वर्षों से अवैध तौर पर पैसे ट्रांसफर होने के मामले में केस दर्ज किया है।
चंडीगढ़, जेएनएन। पुलिस हेडक्वार्टर में बाबुओं की मेहरबानी से सैकड़ों पुलिस कर्मियों के अकाउंट में वर्षों से अवैध तौर पर पैसे ट्रांसफर करने के मामले में सेक्टर-3 थाना पुलिस ने प्रशासक वीपी सिंह बदनौर की मंजूरी के बाद एफआइआर दर्ज कर दी है। मामले की जांच जांच एसपी (हेडक्वार्टर) के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की टीम करेगी।
गाैरतलब है कि फरवरी 2020 में धांधली का खुलासा होने के बाद शिकायत फाइनेंस सेक्रेटरी अजॉय सिन्हा और डीजीपी संजय बेनीवाल को मिली थी। मामले की जांच और कुछ लोगों को बयान दर्ज कर फाइलिंग करके केस दर्ज करने का अप्रूवल प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से मांगने के लिए सलाहकार मनोज परिदा को भेजी थी।
ज्यादा सैलरी डालकर होता है बंटवारा
जांच में सामने आया है कि विभाग के सैकड़ों पुलिसकर्मियों के खाते में हर महीने सैलरी से ज्यादा पैसा ट्रांसफर किया जाता हैं। बाद में पैसा पास करने वाले बाबुओं के साथ अमाउंट का बंटवारा हो जाता था। शिकायत के बाद एसपी हेडक्वार्टर मनोज कुमार मीना को जांच सौंपी गई है।
40 पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए
प्राथमिक जांच में 40 पुलिसकर्मियों के नाम सामने आए हैं लेकिन 400 से ज्यादा लोगों के नाम खुलने की आशंका है। इस तरह घोटाले की आशंका पुलिस के अकाउंट्स डिपार्टमेंट में तैनातकर्मियों की तरफ से पुलिसकर्मियों की सर्विस बुक अपने पास मंगवाई गई।
सर्विस बुक मंगवाने के बाद उसी में जाली बिल बनाकर, बिल पास करवाकर, पैसे निकलवाकर और रिकॉर्ड सर्विस बुक में लगाकर सर्विस बुक वापस ब्रांच में भेज दी जाती थी। मामले की जांच शुरू हुई तो बताया गया कि तुरंत जाली बिलों की कॉपियां तक गायब कर दी गई ताकि पकड़ में न आएं। जांच में यहां तक लिखा कि इन बिलों की कार्बन कॉपियां जारी ही नहीं की गई।