बबला बोले : एक्ट के नाम पर हो रही धांधली की सीबीआइ जांच हो
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एक तरफ नगर निगम के अधिकारी पहले चरण का ड्रॉ कर पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं, काउंसलर देवेंद्र ¨सह बबला ने इस पूरी प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिए हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : एक तरफ नगर निगम के अधिकारी पहले चरण का ड्रॉ कर पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं, काउंसलर देवेंद्र ¨सह बबला ने इस पूरी प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिए हैं। बबला ने ड्रॉ के बाद प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर को चिट्ठी लिखकर सीबीआइ जांच की मांग रखी है। बबला ने कहा है कि स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट आया, तो गरीबों को लगा कि अब उनसे उगाही नहीं होगी और उन्हें नियमित रोजगार का साधन मिल जाएगा। लेकिन यह एक ऐसी धांधली साबित हो रहा है कि अगर इस की पर्याप्त ढंग से जांच करवाई जाए, तो यह एक बड़ा स्कैंडल सामने आएगा। बबला ने पत्र में आरोप लगाया कि 2016 में एक हरियाणा के राजनेता के करीबी की निजी कंपनी से शहर में 22000 वेंडर्स का सर्वे हुआ था और उनसे प्रति वेंडर 315 रुपये के हिसाब से फीस ली गई थी। इसके अलावा नाम डालने के अलग से 2 से 3 हजार रुपये लिए गए। बबला ने कहा कि इस पूरी धांधली में चंडीगढ़ के भी कई राजनीतिक लोग शामिल हैं। शुक्रवार को जब नगर निगम में वेंडर्स का ड्रॉ निकाला जा रहा था, तो मैं भी वहां ड्यूटी पर था। उस दौरान बहुत से वेंडर उनसे मिले और बताया कि कैसे उस कंपनी ने वेंडरों से पैसे लूटे। कुछ लोगों ने सिर्फ अपने चहेतों को ही एडजस्ट किया। स्ट्रीट वेंडर्स ने निकाला सेक्टर-17 में कैंडल मार्च
सेक्टर-17 में सैंकड़ों की संख्या में बैठे स्ट्रीट वेंडर्स ने शुक्रवार को नगर निगम का विरोध करते हुए कैंडल मार्च निकाला। पहली बार वेंडर्स ने उन्हें हटाने के लिए कैंडल मार्च निकाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे वेंडर शैलेंद्र पांडे ने कहा कि वह लोग बीते 30 सालों से सेक्टर-17 में रेहड़ी-फड़ी लगा रहे हैं और बाकायदा नगर निगम को हर महीने फीस भी अदा करते हैं। लेकिन गरीबों के बारे में नगर निगम कुछ नहीं सोच रहा है। सेक्टर 17 को नो वें¨डग जोन बना दिया गया है। मामला तो हाईकोर्ट में है : मो¨हदर
रेहड़ी-फड़ी एसोसिएशन के प्रधान मो¨हदर ¨सह ने बताया कि टाउन वें¨डग कमेटी में किसी भी रजिस्टर्ड वेंडर को शामिल नहीं किया गया, जोकि यह दर्शाता है कि कहीं न कहीं नगर निगम में कुछ तो गोलमाल हैं। उनका इस मामले में हाईकोर्ट में केस भी चल रहा है। जब तक मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है, उन्हें नहीं हटाया जा सकता। सेक्टर-56 में वें¨डग जोन साइट का विरोध
सेक्टर-56 में वें¨डग जोन साइट का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान यहां के रेजिडेंट्स ने वें¨डग जोन के लिए लाइनें लगाने आए स्टाफ को खदेड़ दिया। कांग्रेसी नेता एवं पूर्व पार्षद दर्शन गर्ग ने कहा कि रेजिडेंशियल एरिया में वें¨डग साइट बनाना गलत है। यहां पार्क बनना चाहिए, जहां बच्चे खेल सकें। वें¨डग जोन बनेगा तो परेशानी बढ़ जाएगी। नगर निगम वें¨डग जोन के नाम पर अपना पल्ला झाड़ने पर लगा है।