अक्षय उर्जा दिवस पर छात्रों को रिन्यूएबल एनर्जी तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति किया जागरूक
ग्रीन केमिस्ट्री एन इको-फ्रेंडली प्रैक्टिस विषय पर करवाए वेबिनार में 240 से अधिक विद्यार्थियों एवं मेंबर्स ने हिस्सा लिया और स्थायी भविष्य के लिए अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर बल दिया।
चंडीगढ़, जेएनएन। मेहर चंद महाजन डीएवी महिला कॉलेज की रिन्यूएबल एनर्जी कमेटी एवं इको-क्लब ने अक्षय उर्जा दिवस के उपलक्ष्य में ग्रीन केमिस्ट्री एन इको-फ्रेंडली प्रैक्टिस नामक एक वेबिनार का आयोजन किया। इस वेबिनार का उद्देश्य प्रतिभागियों को रिन्यूएबल एनर्जी तथा पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना था। इस वेबिनार का संचालन फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड ड्रग रिसर्च डिपार्टमेंट पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की डॉ. योगिता बंसल ने किया।
वेबिनार में 240 से अधिक विद्यार्थियों एवं फैकल्टी मेंबर्स ने हिस्सा लिया। इस मौके पर डॉ. बंसल ने हमारे स्थायी भविष्य के लिए अक्षय ऊर्जा के उपयोग पर बल दिया। डॉ. बंसल ने प्रतिभागियों को ग्रीन केमिस्ट्री की अवधारणा तथा इसके विभिन्न सिद्धांतों को विस्तार से बताया, जिसमें अपशिष्ट की रोकथाम, परमाणु अर्थव्यवस्था, सुरक्षित रसायन डिजाइन करना, ऊर्जा दक्षता में वृद्धि, नवीकरणीय फीडस्टॉक्स का उपयोग इत्यादि शामिल था। मिनीमाता आपदा, कुयाहोगा नदी की आग और भोपाल गैस त्रासदी के उदाहरणों का हवाला देते हुए डॉ. बंसल ने प्रतिभागियों को अक्षय ऊर्जा को अपनाकर पर्यावरण को बचाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कॉलेज की प्रिंसिपल इकोनॉमिक एनर्जी विशेषज्ञ डॉ. निशा भार्गव ने स्थायी भविष्य के लिए अक्षय ऊर्जा के महत्व के बारे में प्रतिभागियों को जागरूक करने के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि बढ़ती जनसंख्या के मद्देनजर ऊर्जा की गैर-पारंपरिक स्रोतों को बढ़ावा देना आवश्यक है ताकि ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।