Move to Jagran APP

ऑटोमेटेड इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी Chandigarh News

नॉर्थ इंडिया में इस तरह का चंडीगढ़ में पहला सेंटर होगा। इस सेंटर के लिए सभी तरह के इक्यूपमेंट्स बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन और दो साल सेंटर को चलाने का खर्च भी मिनिस्ट्री ही उठाएगी।

By Edited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 10:37 PM (IST)Updated: Tue, 15 Oct 2019 09:39 AM (IST)
ऑटोमेटेड इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी Chandigarh News
ऑटोमेटेड इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन सेंटर को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी Chandigarh News

जेएनएन, चंडीगढ़। रायपुरकलां में बनने वाले ऑटोमेटेड इंस्पेक्शन एंड सर्टिफिकेशन (आइएंडसी) सेंटर को केंद्र सरकार से मंजूरी मिल गई है। इसके लिए केंद्र सरकार से 13.76 करोड़ रुपये का बजट भी मंजूर हो गया है। रोड ट्रांसपोर्ट हाईवे मिनिस्ट्री ने इस सेंटर को चंडीगढ़ में बनाने को मंजूरी दे दी है। मंजूरी मिलने के बाद अगले महीने से रायपुरकलां में यह सेंटर बनना शुरू हो जाएगा। जिसके बाद एक साल में सेंटर ऑपरेशनल मोड में होगा। इस सेंटर के लिए यूटी प्रशासन ने पहले से ही तीन एकड़ जमीन चिह्नित कर रखी है। इसी जमीन पर यह सेंटर बनेगा। नॉर्थ इंडिया में इस तरह का चंडीगढ़ में पहला सेंटर होगा। मिनिस्ट्री इस सेंटर के लिए सभी तरह के इक्यूपमेंट्स, बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन और दो साल सेंटर को चलाने का खर्च भी मिनिस्ट्री ही उठाएगी।

prime article banner

मेनुअल के बजाय ऑटोमेटिक होगी गाड़ियों की इंस्पेक्शन

इस सेंटर के बाद सड़कों पर खटारा वाहन नहीं उतर सकेंगे। सेंटर का मुख्य उद्देश्य सड़कों पर सभी जरूरी तय मानकों और पॉल्यूशन के स्तर को जांच के बाद इंस्पेक्शन सटिर्फिकेट देना होगा। वाहन चलने की स्थिति में है या नहीं। सभी मानक पूरे हैं और प्रदूषण तो अधिक नहीं फैलाता। ब्रेक से लेकर अन्य चीजें ऑटोमेटिक ही जांच करेगा। यह सेंटर मुख्य तौर पर कमर्शियल वाहनों की पासिंग और इंस्पेक्शन के लिए होगा। अभी तक कमर्शियल वाहनों की पासिंग और इंस्पेक्शन मनीमाजरा के ग्राउंड में मेनुअली होती है। स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर देखकर इंस्पेक्शन करते हैं। मेनुअली ऐसे वाहन भी सड़कों पर उतर रहे हैं जो चलने लायक स्थिति में नहीं हैं। मेनुअल पासिंग में भ्रष्टाचार के आरोप भी लगते रहते हैं। रिन्यूअल फिटनेस सर्टिफिकेट के बाद यह सेंटर बनने के बाद इन वाहनों की ऑटोमेटिक इंस्पेक्शन होगी। हर वाहन की एक आयुसीमा होती है।

हर साल करीब दो करोड़ रुपये का होगा रेवेन्यू

चंडीगढ़ में कमर्शियल वाहनों को 15 साल बाद रिन्यूअल के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट लेना होता है। सेंटर बनने के बाद हर वाहन को निर्धारित फीस देने के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट मिलेगा। इस सेंटर से हर साल करीब दो करोड़ रुपये रेवेन्यू भी जुटेगा। एयर पॉल्यूशन लेवल तोड़ रहा रिकॉर्ड चंडीगढ़ देश में सर्वाधिक वाहनों के घनत्व वाला शहर है। औसतन हर परिवार के पास यहां दो कार हैं। वाहन बढ़ने के साथ ही एयर पॉल्यूशन का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। मेनुअल इंस्पेक्शन में ऐसे वाहन भी रोड पर उतर रहे हैं जो मानकों पर खरे नहीं उतरते। पिछले तीन से चार साल में एयर पॉल्यूशन का स्तर नए रिकॉर्ड पर पहुंच चुका है। एयर क्वालिटी इंडेक्स हर साल 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर को पार कर जाता है। तीन साल पहले तो यह 900 तक पहुंच गया था। जिससे हेल्थ एडवाइजरी तक जारी करनी पड़ी थी। अत्यधिक धुआं छोड़ने वाले वाहन भी इसका कारण बनते हैं। इतना ही नहीं रोड एक्सीडेंट का कारण भी ऐसे वाहन बनते हैं।

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.