SHO व सीएम सिक्योरिटी के ASI पर मारपीट करने के आरोप Chandigarh News
मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी में तैनात एएसआइ व सिटी थाने के एसएचओ पर खरड़ स्थित एक गैस एजेंसी के मैनेजर व एक कारिंदे के साथ मारपीट करने के आरोप लगे हैं।
जेएनएन, मोहाली। पंजाब के मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी में तैनात एएसआइ व सिटी थाने के एसएचओ की ओर से जैम गैस एजेंसी खरड़ के मैनेजर व एक कारिंदे से बेवजह मारपीट करने का मामला सामने आया है। मैनेजर संजीव कुमार वर्मा ने बताया कि दो अक्टूबर को दोपहर तीन बजे उसका स्टाफ दफ्तर में काम कर रहा था। चरनजीत सिंह नाम का एएसआइ जोकि खुद को सीएम सिक्योरिटी में बता रहा था, दफ्तर में आकर स्टाफ के साथ गाली-गलौज करने लगा। उसका कहना था कि उनका कारिंदा उनसे सिलेंडर के अधिक पैसे वसूल करके लाया है।
आरोप है कि एक वर्कर अमरीक सिंह जोकि उसके पास गैस सिलेंडर सप्लाई का काम कर रहा है, उसने जब एएसआइ चरनजीत सिंह को गाली-गलौज करने से रोका तो उसने अमरीक सिंह के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी और झूठा मामला दर्ज करने की धमकी दी। संजीव कुमार के बताने अनुसार वह उस दिन छुट्टी पर था। अमरीक सिंह को सिविल अस्प्ताल खरड़ में भर्ती करवा गया। इसकी शिकायत थाना सिटी खरड़ को दी गई। जब थाना सिटी खरड़ ने कोई कार्रवाई नहीं की तो वह तीन अक्टूबर को एसएसपी मोहाली से मिले और अपनी लिखित शिकायत दी। उसी दिन एसएचओ सरबजीत सिंह चीमा ने उसे फोन किया कि सुबह 10 बजे उन्हें थाने बुलाया है। पांच अक्टूबर को सुबह 11 बजे उसके दफ्तर में एएसआइ चरनजीत सिंह व एक सिपाही आया जिसने कहा कि उसे एसएचओ ने बुलाया है।
एसएचओ ने उल्टा उन्हीं को धमकाया
संजीव ने आरोप लगाया कि एसएचओ सिटी खरड़ के कमरे में एसएचओ सरबजीत सिंह के साथ एएसआइ चरनजीत सिंह, उसके दोनों गनमैन व दो कांस्टेबल ने भी सिर पर बूट व डंडे मारे। जब इस बात की जानकारी मैनेजर के दोस्तों को लगी तो वे उसे थाना सिटी खरड़ से आकर ले गए। उसे छोड़ा गया तो उसकी जेब से पांच हजार रुपये भी निकाल लिए। उसके सिर, आंख व कान पर काफी गंभीर चोटें लगी हैं। मैनेजर ने आरोप लगाया कि उसके वर्कर को भी बुरी तरह से पीटा गया जो अस्पताल में भर्ती है।
एसएचओ ने नकारे आरोप
चरनजीत सिंह गैस एजेंसी के दफ्तर में सिलेंडर के वसूल किए गए अधिक पैसे लेने गया था। एजेंसी में 8 से 10 लोग बैठे थे जिन्होंने एएसआइ के साथ बहस की और उसके बाद उसके साथ मारपीट। यहां तक कि उसकी वर्दी तक फाड़ दी गई। जब वह नीचे आया तो उसकी स्कूटरी की चाबी निकालने लगे। मैनेजर वर्मा उन पर मारपीट का झूठा आरोप लगा रहा है। किसी भी कर्मचारी ने उन्हें हाथ तक नहीं लगाया केवल पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। जहां तक पैसे निकालने का सवाल है वह भी बिल्कुल झूठ है। मौके पर एजेंसी का का¨रदा जगदीप ¨सह भी मौजूद था। उससे पूछताछ की जा सकती है। -सरबजीत सिंह, एसएचओ, सिटी खरड़