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असरानी और पद्मिनी कोल्‍हापुरे ने चंडीगढ़ में बांधा समां

चंडीगढ़ में गुजरे जमाने के कामेडियन असरानी और अभिनेत्री पद्मिनी कोल्‍हापुरे ने रंगमंच पर समां बांध दिया। यहां एक कॉमेडी नाटक में दोनों के अभिनय की खूब सराहना की।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 17 Oct 2016 03:13 PM (IST)Updated: Mon, 17 Oct 2016 03:18 PM (IST)
असरानी और पद्मिनी कोल्‍हापुरे ने चंडीगढ़ में बांधा समां

जेएनएन, चंडीगढ़। गुजरे जमाने के फिल्म अभिनेता असरानी और अपने समय की जानीमानी अभिनेत्री रही पद्मिनी कोल्हापुरे ने यहां रंगमंच पर समां बांध दिया। यहां टैगोर थिएटर में काॅमेडी नाटक 'बाप का बाप' में दोनों ने अपनी अदाकारी से अपने सुनहरे दिनों की याद ताजा करा दी। दर्शकों ने उनकी शानदार कलाकारी का खूब लु्फ्त उठाया।

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सेक्टर 18 स्थित टैगोर थिएटर में चंडीगढ़ के पर्यटन विभाग कॉमेडी नाटक 'बाप का बाप' का मंचन किया गया। नाटक में एक बिना मां के बेटे को दिखाया गया है जो कि अपने पिता के साथ रह रहा है। पिता अपने बेटे के लिए बहू की तलाश कर रहा है। खुद के बुढ़ापे और और बेटे की बढ़ती उम्र को देखकर वह जल्द बेटे की शादी करने की कोशिश करता है। दूसरी ओर, बेटे को शायरी का भूत सवार है।

नाटक के एक दृश्य में असरानी और पद्मिनी कोल्हापुरे।

पिता उसकी बेकार शायरी से भी परेशान है क्योंकि उसकी इस शायरी के कारण उसे कोई लड़की पसंद नहीं करती है। बहू की तलाश में एक दिन पिता को एक लडक़ी मिलती है जो खुद को लड़कों की तरह पेश करती है। पिता उसी लडक़ी को अपनी बहू बनाने की सोचता है लेकिन लड़की बहू बनने के बजाए बाप की ही गर्लफ्रैंड बनने का चक्कर शुरू कर देती है।

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नाटक के दूसरे भाग में मामला और दिलचस्प हाे जाता है। बेटे को एक महिला पसंद आती है जो कि विधवा है और दोबारा से शादी करना चाहती है। बेटा उस महिला को पिता से मिलवाने के लिए लेकर आता है। इसके बाद पिता और बेटा महिला से शादी की बात शुरू कर देते हैं।

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एक दिन महिला दोनों पिता-पुत्र से मिलने उनके घर पर आती है लेकिन उसी समय अचानक पहले वाली लड़की वहां आ जाती है। वह खुद को लड़के के पिता की गर्लफ्रेंड है। यह सुनकर बेटे को होश उड़ जाते हैं। दूसरी ओर, महिला भी पेरशान हो जाती है। दरअसल, लडक़ी उसी विधवा औरत की बेटी होती है।

नाटक के एक दृश्य में अभिनेत्री चित्रांक्षी रावत।

तस्वीरें : रंगमंच पर असरानी, पद्मिनी और चित्रांक्षी का जलवा

नाटक को नवीन बावा ने निर्देशित किया था। इसमें बावा ने खुद बेटे (बच्चा) की भूमिका अभिनीत की। वहीं पिता (जेके) की भूमिका में असरानी ने दर्शकों का दिल जीत लिया। जमकर गुदगुदाया। लडक़ी की भूमिका में चित्रांक्षी रावत नजर आईं और पदमनी कोल्हापुरे (मिठाई) ने विधवा औरत की भूमिका अभिनीत की।

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नाटक को लोगाें ने खूब पसंद किया और असरानी आैर पद्मिनी कोल्हापुरे के अभिनय की खूब सराहना की। इस मौके पर चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार परिमल रॉय, गृह सचिव अनुराग अग्रवाल,शिक्षा सचिव सर्वजीत सिंह भी मौजूद रहे।

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