एशिया की सबसे बड़ी मोटर मार्केट पर अतिक्रमण का साया, पैदल चलना भी हो रहा मुश्किल
कहने को एशिया की सबसे बड़ी मोटर मार्केट, लेकिन यहां पर अतिक्रमण इतना है कि अंदाजा लगाना मुश्किल। सरकारी जमीन का कोई भी इंच ऐसा नहीं मिलेगा, जहां पर किसी न किसी का कब्जा न हो।
जेएनएन, मनीमाजरा। कहने को एशिया की सबसे बड़ी मोटर मार्केट, लेकिन यहां पर अतिक्रमण इतना है कि परेशानियां समाप्त होने का नाम नहीं लेती। सरकारी जमीन का कोई भी इंच ऐसा नहीं मिलेगा, जहां पर किसी न किसी का कब्जा न हो। जी हां, हम बात कर रहे हैं मनीमाजरा की मोटर मार्केट की। यहां पर चंडीगढ़ ही नहीं, पंजाब, हरियाणा और हिमाचल से भी लोग अपनी गाड़ियों को ठीक करवाने और स्पेयर पार्ट्स खरीदने आते हैं। मोटर मार्केट में मैकेनिकों के साथ-साथ दुकानदारों ने भी जमकर सरकारी जमीनों पर कब्जा कर रखा है। इस बारे में प्रशासन और नगर निगम को पता है, लेकिन किसी की भी हिम्मत नहीं पड़ती कि कब्जे छुड़वा लिए जाएं। राजनीति यहां भी कम नहीं मनीमाजरा के तीन पार्षद हैं, जिनमें एक डिप्टी मेयर है, लेकिन अतिक्रमण के मामले में सभी ने चुप्पी साधी हुई है। यहां कुछ अतिक्रमण करने वाले राजनीतिक दलों के समर्थक भी हैं, जो कार्रवाई न करवाने के लिए दबाव भी बनाते हैं।
कब्जों के पीछे हैं कई राज
ऑल इंडिया श्री परशुराम महादल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनोज शर्मा का कहना है कि कब्जों के पीछे कई राज हैं। यह सब कुछ निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के साथ हो रहा है।डॉक्टर बलदेव अरोड़ा का कहना है कि मनीमाजरा चंडीगढ़ का सबसे पुराना एरिया है, ऐसे में अब प्रशासन को इस एरिया को नो वेंडिंग जोन घोषित करके नए सिरे से विकास करना चाहिए। यहां पर गलियों में पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। ग्रीन बेल्ट तो बख्श दो सरकारी जमीन पर तो स्ट्रीट वेंडरों ने कब्जा कर रखा है। लेकिन मेकेनिकों ने ग्रीन बेल्ट और सरकारी पार्किंग पर भी कब्जा कर रखा है, कुछ दिन पहले अतिक्रमण विभाग ने मेकेनिकों से ग्रीन बेल्ट को खाली करवा उनका चालान काटा था, लेकिन अगले ही दिन मेकेनिकों ने उस जगह पर अपनी पेट्टियां रखकर कब्जा कर लिया। यही नहीं, मेकेनिकों ने बाबा भगत सेन मंदिर के पिछली साइड बनी सरकारी पार्किग में कब्जा कर रखा है। यह पार्किग प्राइवेट बसों के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब यहां पर मेकेनिक कब्जा करके अपने वाहन ठीक करते हैं।
टायर विक्रेताओं ने सड़कों पर किया कब्जा
मोटर मार्केट में टायर विक्रेता भी सरकारी जमीन पर कब्जा करने में किसी से कम नहीं हैं। इन टायर विक्रेताओं ने शोरूम के गलियारों के साथ बाहर की सड़कों पर कब्जा कर रखा है। इन विक्रेताओं ने शोरूम से ज्यादा सड़कों पर टायर रखे होते हैं। इससे सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है और अकसर यहां पर जाम लगा रहता है।