जेपी नड्डा से मिले पंजाब भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा, नगर निगम और संगरूर लोकसभा उपचुनाव पर चर्चा
पंजाब भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा ने नई दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से चर्चा की। इस दौरान नगर निगम चुनाव व संगरूर लोकसभा उपचुनाव को लेकर चर्चा हुआ। शर्मा ने नड्डा को पंजाब के राजनीतिक हालातों के बारे में भी बताया।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने पंजाब में होने वाले निकाय चुनाव तथा संगरूर लोकसभा के उपचुनाव को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से दिल्ली में उनके कार्यालय में मुलाकात की। अश्वनी शर्मा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को पंजाब की भगवंत मान सरकार की पिछले दो महीनों की कारगुज़ारी संबंधी जानकारी देते हुए पंजाब की मौजूदा राजनीति की विस्तृत जानकारी दी।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि बीजेपी नगर निगम चुनाव तथा संगरूर लोकसभा उपचुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। कहा कि नड्डा के पंजाब दौरे से राज्य के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं में नई उर्जा का संचार हुआ है। नड्डा ने यहां के कार्यकर्ताओं व नेताओं का मनोबल बढ़ाया।
अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से हत्याएं, अपराध, गोली-बारी, लूटपाट और डकैती की घटनाएं रोज़ाना हो रही हैं। यहां तक कि खालिस्तानी तत्वों ने भी अपने पैर पसार लिए हैं। पंजाब की मौजूदा सरकार राज्य को फिर से आंतकवाद के काले दौर की तरफ धकेल रही है।
पंजाब भाजपा प्रधान ने कहा कि मान सरकार ने प्रदेश की जनता में दहशत और अराजकता का माहौल बना दिया है। आप द्वारा चुनावी वादों में जनता को 24 घंटे निर्विघन बिजली, 300 यूनिट फ्री, नौजवानों को बेरोज़गारी भत्ता, 1000 रुपये प्रति महिला, नौजवानों को नौकरियां, किसानो के साथ किए गए वादे आदि जैसी दी गई कोई भी गारंटी खोखली साबित हुई है।
शर्मा ने कहा कि किसान आज भी आत्महत्याएं कर रहे हैं। भगवंत मान सरकार के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले किसानों तथा सरकारी कर्मचारियों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। केजरीवाल और मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा दी गई गारंटी को पूरा करवाने को लोग लेकर भगवंत मान के घर बाहर पक्के धरने लगे हैं और मुख्यमंत्री भगवंत मान चुनावी राज्यों की सैर कर रहे हैं। एक तरफ जनता गर्मी से बेहाल है तो दूसरी तरफ पंजाब सरकार द्वारा लगाए जा रहे लंबे बिजली कटों से जनता का जीना दूभर हो चुका है। इतना बुरा हाल तो पिछली कांग्रेस सरकार के समय भी नहीं था।