अरविंद केजरीवाल का पंजाब से हुआ मोहभंग, बुलाने पर भी नहीं आ रहे
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का पंजाब से मोहभंग हो गया है। यही कारण है कि पंजाब के आप नेताआें द्वारा बुलाए जाने पर भी वह यहां नहीं आ रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पंजाब से मोह भंग हो गया है। यही वजह है कि अब उन्होंने पार्टी स्तर पर सूबे में होने वाले बड़े आयोजनों से भी मुंह मोड़ना शुरू कर दिया है। वह राज्य के अाप नेताओं द्वारा बुलाने पर भी पंजाब नहीं आ रहे हैं।
उधर, तलवंडी साबो में वैशाखी पर होने वाली कांफ्रेंस को भी पार्टी ने इसी के मद्देनजर न करने का फैसला किया। हालांकि आप के उप प्रधान और पंजाब में संगठन की जिम्मेवारी देखकर डा. बलबीर सिंह का कहना है कि कांफ्रेंस की बजाय पार्टी के विधायक व नेता गुरुद्वारे जाकर माथा टेंकेंगे।
विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा उप चुनाव व नगर निगम चुनाव में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी पंजाब में अपने वजूद को बचाने की लड़ाई लड़ रही है। विधानसभा में विपक्ष में बैठने के बाद भी पार्टी जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का मोहभंग होने के बाद टूट गई है। पार्टी नेताओं में भी तेजी के साथ फूट बढ़ रही है।
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बीते माह केजरीवाल द्वारा शिअद महासचिव व पूर्व राजस्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया से नशे के आरोपों पर माफी मांगने के बाद प्रदेश के आप नेताओं ने उनका खुलकर विरोध किया था। नाराज होकर पार्टी के प्रदेश प्रधान सांसद भगवंत मान और उप प्रधान अमन अरोड़ा ने इस्तीफा दे दिया था। पार्टी के विधायक व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने भी केजरीवाल के फैसले का विरोध किया था।
केजरीवाल की माफी मांगने के बाद पहला मौका था जब पार्टी के केजरीवाल गुट के विधायक चाहते थे कि वह तलवंडी साबो में होने वाले वैशाखी मेले की कांफ्रेंस में जरूर भाग लें। इसका प्रस्ताव भी उनके सामने रखा गया, लेकिन केजरीवाल ने नेताओं की राय को किनारे कर दिया है। यही वजह है कि अब पार्टी बैशाखी मेले में कांफ्रेंस का आयोजन नहीं कर रही है।
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पार्टी नेता डा. बलबीर सिंह कहते हैं कि केजरीवाल को आधिकारिक तौर पर कांफ्रेंस में नहीं बुलाया गया था। पार्टी कांफ्रेंस कर ही नहीं रही है, पार्टी के नेता व विधायक मौके पर जाकर गुरुद्वारे में माथा टेककर लोगों के हितों के मुद्दों को लेकर संघर्ष की प्रतिज्ञा करेंगे।
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अभी तक मान व अरोड़ा का इस्तीफा नहीं हुआ स्वीकार
पार्टी ने करीब एक माह बाद भी भगवंत मान व अमन अरोड़ा के इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया है। नए पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया ने जरूर डा. बलबीर सिंह को उप प्रधान बना दिया है और संगठन विस्तार की जिम्मेवारी उन्हें सौंप दी है। भगवंत मान और अरोड़ा ने ड्रग्स मामले पर केजरीवाल द्वारा बिक्रम सिंह मजीठिया से माफी मांगने के बाद अपने पदों से इस्तीफा दे दिया था।
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मैं कुछ नहीं कह सकता : खैहरा
पंजाब अाप विधायक दल के नेता व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुखपाल सिंह खैहरा ने पूरे प्रकरण पर कहा कि वह इन मामलों में कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। पार्टी स्तर पर उन्हें जो जिम्मेवारी सौंपी गई है, उसे वह पूरी कर रहे हैं। मान व अरोड़ा के इस्तीफे को लेकर खैहरा का कहना है कि मैंने अपना विरोध उसी समय जता दिया था और मैं अपने स्टैंड पर कायम हूं।