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केजरीवाल अजीब इन्सान, समस्या समझे बिना देते हैं राय : कैप्टन

पराली जलाने के मुद्दे पर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह अौर अरविंद केजरीवाल के बीच जंग से छिड़ गई है। कैप्‍टन ने कहा है कि केजरीवाल अजीब इंसान हैं, समस्‍या समझे बिना राय दे रहे हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Fri, 10 Nov 2017 08:59 AM (IST)Updated: Fri, 10 Nov 2017 09:02 AM (IST)
केजरीवाल अजीब इन्सान, समस्या समझे बिना देते हैं राय : कैप्टन
केजरीवाल अजीब इन्सान, समस्या समझे बिना देते हैं राय : कैप्टन

जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में पराली जलाने से दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण मामलेे पर पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। केजरीवाल ने इस मामले पर कैप्‍टन अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल को पत्र लिखा था। कैप्टन ने कहा है कि केजरीवाल अजीब इन्सान हैं, उन्हें समझ नहीं है। वह बिना समस्‍या समझे अपनी राय व बयान दे देते हैं।

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कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि केजरीवाल को यह नहीं पता है कि असल समस्या क्या है? बिना समस्या को समझे ही वह अपनी राय दे रहे हैं। कैप्टन ने कहा कि मुख्यमंत्रियों की बैठक से इस समस्या का समाधान होने वाला नहीं है। इसीलिए उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है कि सभी संबंधित केंद्रीय मंत्रियों व मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई जाए।

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केजरीवाल ने जहां दिल्ली में पंजाब सरकार का नाम लिए बिना कहा था कि सरकारें किसानों को सुविधाएं देने में नाकामयाब रहीं। कैप्टन ने केजरीवाल को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हमेशा ही की तरह इस मामले में भी आम आदमी पार्टी (आप) के दोहरे मापदंड हैं। एक तरफ केजरीवाल दिल्ली में प्रदूषण को लेकर चिंता जता रहे हैं, और दूसरी ओर पंजाब में उनकी पार्टी पराली जलाने को लेकर किसानों का समर्थन कर रही है। कैप्टन ने कहा कि प्रदूषण पर पंजाब सरकार भी चिंतित है।

कैप्टन ने कहा कि केजरीवाल एक तरफ चिट्ठी लिखकर बैठक करने की बात करते हैं, लेकिन जब पंजाब सरकार किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए जागरूकता फैला रही थी तो आप किसान संगठनों के साथ खड़ी थी और पंजाब सरकार का विरोध कर रही थी। केजरीवाल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनकी पार्टी ने ऐसा क्यों किया?

उल्लेखनीय कि आप विधायक दल के नेता सुखपाल खैहरा ने पिछले माह समराला (लुधियाना) में पराली जलाई थी। आप के प्रदेश अध्यक्ष सांसद भगवंत मान ने पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माना करने और केस दर्ज करने का विरोध किया था।

बता दें कि कैप्टन ने प्रधानमंत्री को एक बार फिर वीरवार को पत्र लिखकर कहा है कि केंद्र किसानों को 100 रुपये प्रति क्विंटल पराली पर जब तक बोनस नहीं देगा तब तक इस समस्या का पूर्ण समाधान हो पाना संभव नहीं है।
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ट्विटर पर पराली की गर्माहट : इस तरह चली कैप्टन-केजरी की जंग

'' मेरा कार्यालय पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए समय लेने की कोशिश कर रहा है। यह आपात स्थिति है।

                                                                                                                        - अरविंद केजरीवाल।

'' अरविंद केजरीवाल, इस ज्वलंत मुद्दे व प्रदूषण के बारे में अपनी चिंता साझी करें। अकेले केंद्र सरकार ही अपने राष्ट्रीय प्रभावों को देखते हुए समस्या का हल कर सकती है।

                                                                                                                  - कैप्टन अमरिंदर सिंह।

'' मैं मानता हूं सर कि केंद्र को आगे आकर लीड करना चाहिए। पर प्लीज मुझे चर्चा करने के लिए अनुमति दें, ताकि हम मिलकर एक योजना बना सकें और उसे केंद्र को पेश कर सकें। दिल्ली का दम घुट रहा है।

                                                                                                                      - अरविंद केजरीवाल।

'' मैं मानता हूं कि स्थिति काफी गंभीर है। पर पंजाब इस व्यापक समस्या का समाधान करने में असहाय है। राज्य में फसलों के प्रबंधन व किसानों को क्षतिपूर्ति करने के लिए पंजाब सरकार के पास कोई पैसा नहीं है।

                                                                                                                    - कैप्टन अमरिंदर सिंह।

'' सर, अगर हम मिल सकें तो यह अच्छा होगा। क्या आप अनुमानित धनराशि को साझा कर सकते हैं? हम दोनों एक साथ केंद्र से आग्रह कर सकते हैं। इससे दोनों राज्यों के लोगों को काफी मदद मिलेगी।

                                                                                                                          - अरविंद केजरीवाल।

'' यह अंतरराज्यीय चर्चा करने वाला मुद्दा नहीं है, जिसमें कोई किसी की मदद कर सके। इसके शीघ्र समाधान के लिए केंद्रीय सरकार के हस्तक्षेप की आवश्यकता है।

                                                                                                                    - कैप्टन अमरिंदर सिंह।

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