वायरस पर वार : लगा टीका तो जोश में बोले कोरोना योद्धा- अब महामारी का अंत तय
करीब 10 महीने लंबा कोरोना वैक्सीन का इंतजार आखिरकार शनिवार को खत्म हो गया। महामारी से जंग के बीच दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के तहत शहर में पहले दिन शनिवार को पांच केंद्रों पर 374 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन हुआ।
चंडीगढ़ [विशाल पाठक]। करीब 10 महीने लंबा कोरोना वैक्सीन का इंतजार आखिरकार शनिवार को खत्म हो गया। महामारी से जंग के बीच दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के तहत शहर में पहले दिन शनिवार को पांच केंद्रों पर 374 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन हुआ। इस बीच यूटी प्रशासक वीपी ¨सह बदनौर ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों और सीनियर डाक्टर्स को बधाई दी। डड्डूमाजरा कालोनी के रहने वाले सफाई कर्मचारी अरुण कुमार को सबसे पहले यह वैक्सीन लगाई गई। इससे पूर्व टीकाकरण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जोशीले भाषण के बाद हुई । चंडीगढ़ के हर कोविड वैक्सीनेशन सेंटर इसका टीवी पर प्रसारण देखा गया।
वैक्सीन पर सवाल उठाना गलत : अरुण गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हास्पिटल (जीएमएसएच-16) में बतौर सफाई कर्मचारी कार्यरत अरुण कुमार के टीकाकरण के साथ इसकी शुरुआत हुई। उन्हें एएनएम मनु ने वैक्सीन लगाई। अरुण ने कहा- वैक्सीन पर सवाल उठाना गलत है। सच तो यह है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोगों को मुंह पर मास्क और फिजिकल डिस्टें¨सग का पालन करना होगा। टीकाकरण के बाद भी लोगों को सावधानी बरतनी होगी। ऐसे चली वैक्सीनेशन की प्रक्रिया वैक्सीन लगवाने के बाद दैनिक जागरण से अपने अनुभव साझा करते हुए अरुण ने बताया कि 45 मिनट के अंदर उन्हें वैक्सीन लगा दी गई। सबसे पहले वो जीएमएसएच-16 के कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे। वहां उन्होंने अपने मोबाइल नंबर पर आए मैसेज को दिखाया। इसके बाद उनके नाम को आधार कार्ड के जरिए आनलाइन पोर्टल पर वेरिफाई किया गया। इसके बाद मात्र दो मिनट के अंदर उन्हें कोविड वैक्सीन लगा दी गई। मगर 30 मिनट तक उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया। अरुण ने बताया 30 मिनट के बाद डाक्टर ने उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उनकी छुट्टी कर दी। इसके अलावा उन्हें एक टोल फ्री नंबर दिया गया, ताकि घर जाकर यदि किसी भी प्रकार की कोई स्वास्थ्य संबंधित दिक्कत होती है, तो इस टोल फ्री नंबर पर संपर्क कर वे मदद ले सकते हैं।
स्वास्थ्य निदेशक डा. अमनदीप कंग ने भी लगाई वैक्सीन जीएमएसएच-16 की एएनएम मनु ने कहा कि कोविड वैक्सीन लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। हेल्थ केयर वर्करों और आम लोगों को कोरोना टीकाकरण करना, यह उनके लिए बिलकुल अलग अनुभव है। मनु ने दैनिक जागरण से अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि वैक्सीन लगाते समय शुरुआत में वे थोड़ा जरूर घबराई थीं। लेकिन जब दूसरी बार उन्होंने खुद स्वास्थ्य निदेशक डा. अमनदीप कंग को वैक्सीन लगाई, तब उनके मन से हर संकोच और घबराहट दूर हो गई। मनु ने कहा वैक्सीन लोगों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है।
इन पांच केंद्रों पर हुआ टीकाकरण
गवर्नमेंट मल्टी स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल (जीएमएसएच-16) में - 100 कोरोना योद्धाओं को गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल (जीएमसीएच-32) में पहले केंद्र पर - 45 कोरोना योद्धाओं को जीएमसीएच-32 के दूसरे केंद्र पर - 50 कोरोना योद्धाओं को पीजीआइ चंडीगढ़ में - 109 कोरोना योद्धाओं को - सेक्टर-45 स्थित सिविल अस्पताल में बनाए गए केंद्र पर - 70 कोरोना योद्धाओं को इन डॉक्टरों ने भी लगवाई वैक्सीन स्वास्थ्य कर्मियों और लोगों में वैक्सीन के डर को खतम करने के लिए सीनियर डॉक्टर्स भी टीकाकरण के लिए आगे आए। इनमें चंडीगढ़ स्वास्थ्य निदेशक डा. अमनदीप कौर कंग, जीएमएसएच-16 के चिकित्सा अधीक्षक और संयुक्त निदेशक डा. वीके नागपाल, जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर ¨प्रसिपल डा. जस¨बदर कौर, पीजीआइ के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के रेजिडेंट डाक्टर मन¨जदर ¨सह रंधावा ने वैक्सीन लगवाई। इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन चंडीगढ़ के नीरज कुमार और डा. एसके ¨जदल ने भी वैक्सीन लगवाई।