World Environment Day 2023: आर्टिस्ट वरुण टंडन ने पत्ते पर अपनी कला दिखाकर दिया विश्व पर्यावरण दिवस का संदेश
World Environment Day चंडीगढ़ में आर्टिस्ट वरुण टंडन ने पत्ते पर अपनी कला दिखाकर पर्यावरण दिवस का संदेश दिया है। पहले भी कई खास पोट्रेट बना चुके हैं। हर क्षेत्र में नाम कमा चुकी हस्तियों को वरुण उनके क्षेत्र के हिसाब से आर्ट वर्क में उतारते हैं।
चंडीगढ़, विकास शर्मा: युवा आर्टिस्ट वरुण टंडन ने विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) पर पत्ते पर जानवरों की कलाकृतियां बनाकर लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है। उन्होंने अपनी कला यह दिखाने की कोशिश की कि प्रकृति मां ने हमें आशीर्वाद में क्या-क्या दिया और हमने बदले में प्रकृति को क्या दिया है।
वरुण ने बताया कि इस कलाकृति को तैयार करने के लिए एक पत्ते का इस्तेमाल किया गया है अगर हम इसके दाहिने हिस्से को देखें तो हम वन्यजीवों को देख सकते हैं।
प्रकृति को दर्शाते हैं पत्ते
अगर हम बाईं ओर देखते हैं तो हम वनों की कटाई, कारखानों और प्रदूषण को देख सकते हैं। पत्ते प्रकृति को दर्शाते हैं। वरुण बताते हैं कि उन्होंने कभी आर्ट वर्क के रुप में प्रोफेशनल स्टडी नहीं की। उन्होंने बीसीए की है और पेशे से ग्राफिक डिजाइनर हैं। वह फ्रीलांस काम करते हैं। अपने विचारों के हिसाब से वह पोट्रेट बनाते हैं। उनके कान्सेप्ट हमेशा बदलते रहते हैं। हर क्षेत्र में नाम कमा चुकी हस्तियों को वरुण उनके क्षेत्र के हिसाब से आर्ट वर्क में उतारते हैं।
विक्रम बत्रा का भी बनाया था पोट्रेट
वरूण ने इससे पहले कारगिल विजय दिवस पर परमवीर चक्र विजेता विक्रम बत्रा का पोट्रेट बनाया था। इस पोट्रेट की खासबात यह थी कि वरुण ने इसे इस्तेमाल राइफल शैल्स से बनाया था। वरुण ने यह राइफल शैल्स पंजाब यूनिवर्सिटी में स्थित विक्रम बत्रा शूटिंग रेंज से इकट्ठे किए थे।
वरूण बताते हैं कि वह शेरशाह विक्रम बत्रा को अपने आर्ट वर्क्स के माध्यम से श्रद्धांजलि देना चाहते थे, इसलिए उन्होंने पहले इन राइफल्स शैल्स को इकट्ठा किया और फिर काफी मेहनत के बाद अपने आर्टवर्क से विक्रम बत्रा का पोट्रेट बनाया। इसके अलावा कबूतर के पंख पर उड़न सिख पद्मश्री मिल्खा सिंह का और टूटी हुई हाकी के टुकड़ों से पद्मश्री बलबीर सिंह सीनियर का पोट्रेट बना चुके हैं।
बलिदानियों के पोट्रेट की प्रदर्शनी भी लगाई थी
वरुण ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सेक्टर 17 की सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी में बलिदानियों के पोट्रेट की प्रदर्शनी भी लगाई थी। इसमें खास बात थी कि वरुण ने उन पोट्रेट में पेंट और ब्रश का नहीं,बल्कि स्मोक का इस्तेमाल किया था। उन्होंने आइवरी शीट पर स्टील के दीये से यह आर्ट वर्क किया था। उन्होंने बलिदानी मदन लाल ढींगरा, बलिदानी करतार सिंह सराभा, बलिदानी बिनोय बासु, बलिदानी बाघा जतिन, बलिदानी मंगल पांडे, बलिदानी उधम सिंह के पोट्रेट बनाए थे।
साथ ही बलिदानी लाला लाजपत राय, बलिदानी भगत सिंह, बलिदानी सुखदेव, बलिदानी राजगुरू, बलिदानी दिनेश गुप्ता, बलिदानी खुदी राम बोस, बलिदानी सूर्या सेन, बलिदानी टिकेन्द्रजीत सिंह, बलिदानी प्रीति लता वादेदार, बलिदानी विष्णु गणेश पिंगले, बलिदानी राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी, बलिदानी जितेंद्र नाथ दास, बलिदानी बसंत कुमार बिस्वास, बलिदानी बादल गुप्ता के पोट्रेट बनाए थे।