दृष्टि बाधित लोगों के लिए उपयोगी नहीं है आरोग्य सेतु एप, साधारण फोन पर नहीं हो रही डाउनलोड
दृष्टिबाधित लोग फोन का इस्तेमाल करने के लिए टॉक बैक एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आरोग्य सेतु टॉक बैक एप्लीकेशन के साथ लिंक नहीं है।
चंडीगढ़, [सुमेश ठाकुर]। कोरोना वायरस महामारी से बचने के लिए आरोग्य सेतु एप हर इंसान को डाउनलोड करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन यह एप दृष्टि बाधित लोगों के लिए उपयोगी नहीं है। दृष्टिबाधित लोग फोन का इस्तेमाल करने के लिए टॉक बैक एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आरोग्य सेतु टॉक बैक एप्लीकेशन के साथ लिंक नहीं है। इस वजह से एक दृष्टिबाधित व्यक्ति इस एप को डाउनलोड ही नहीं कर पा रहा और न इसका सही से इस्तेमाल हो पा रहा है। इसके इलावा जिस व्यक्ति के पास स्मार्टफोन नहीं है, वह भी इस ऐप का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा।
एप को इस्तेमाल करने के लिए ब्लूटूथ ऑन करने में इलावा जीपीएस लोकेशन इंटरनेट को ऑन रखना जरूरी है, लेकिन देश की 80% लोग इन कामों को करने में असमर्थ हैं। इसे देखते हुए नीति आयोग विभाग की सदस्य अंजलि अग्रवाल ने मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस और नीति आयोग को पत्र लिखकर इस पर ध्यान देने की अपील की है। अंजली अग्रवाल ने कहा कि आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करवाने के लिए जब दृष्टि बाधित लोगों से बात की गई तो वह इस एप्लीकेशन को डाउनलोड करने में असमर्थ हैं क्योंकि वे लोग बिना टॉक बैक एप्लीकेशन के इस एप को इस्तेमाल नहीं कर पाते। एक साधारण फोन जिसमें इंटरनेट नहीं चलता वह भी इसे डाउनलोड नहीं कर सकता। अंजलि ने बताया कि ट्राइसिटी में 10 हजार के करीब दृष्टिबाधित लोग हैं।
टॉक बैक की कमी के इलावा सामाजिक दूरी भी है परेशानीः डॉक्टर आशीष
आरोग्य सेतु एप टॉक बैक एप्लीकेशन न होने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी उपयोगी नहीं है। सेंट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईओ) सेक्टर-30 के डॉक्टर आशीष ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी में सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखने पर जोर दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि डॉक्टर आशीष ने दृष्टि बाधित लोगों को पढ़ने के लिए रीडिंग एप तैयार किया हुआ है। उन्होंने बताया कि इस एप में सोशल डिस्टेंस बनाने संबंधी कोई भी इंफॉर्मेशन या नोटिफिकेशन जारी नहीं हो रहा। जो व्यक्ति देख नहीं सकते वह कैसे पता लगाएंगे कि उनके आसपास खड़े व्यक्ति ने मास्क लगाया है या नहीं इसके अलावा किसी को जुकाम खांसी या बुखार है या नहीं। इस एप के साथ इस चीज को भी जोड़ा जाना चाहिए जिससे एक दृष्टि बाधित व्यक्ति इसका बेहतर उपयोग कर सकता है।