युद्ध में अपनाई जाने वाली तकनीक से सेना ने बनाया 100 बेड का अस्पताल
कोरोना संक्रमण के खिलाफ सेना ने मोर्चा संभाला लिया है। सोमवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल हॉस्टल में तीन से चार दिनों में तैयार 100 बेड के अस्पताल का उद्घाटन हुआ।
विकास शर्मा, चंडीगढ़
कोरोना संक्रमण के खिलाफ सेना ने मोर्चा संभाला लिया है। सोमवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के इंटरनेशनल हॉस्टल में तीन से चार दिनों में तैयार 100 बेड के अस्पताल का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन पंजाब के गवर्नर व चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर और वेस्टर्न कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह ने किया। वेस्टर्न कमांड के सिविल अफेयर के डायरेक्टर कर्नल जसदीप सिंह संधू ने बताया कि सेना ऐसे अस्पताल युद्ध के समय तैयार करती है। इस अस्थायी अस्पताल में सेना ने अपनी फील्ड एंबुलेंस यूनिट को तैनात किया है। अस्पताल में तैनात मेडिकल व पैरामेडिकल स्टॉफ हिमाचल प्रदेश के पालमपुर से आया है, जो अस्पताल के सामने दूसरे हॉस्टल में रहेगा। यह कोरोना के लेवल वन पेशेंट के लिए अस्पताल होगा, इसमें चंडीगढ़ के बड़े सरकारी अस्पताल से रेफर किए मरीजों को भर्ती किया जाएगा। इनमें पीजीआइ, जीएमएसएच -16, कमांड अस्पताल,जीएमसीएच -32 और जीएमसीएच -48 से कोरोना पेशेंट रेफर होंगे। अगर मरीज की तबियत ज्यादा खराब हो जाती है, तो दोबारा इन बड़े अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा जाएगा।
अस्पताल में आक्सीजन की नहीं होगी दिक्कत
कर्नल जसदीप सिंह संधू ने बताया कि हमारी कोशिश रहेगी कि इस अस्पताल में आक्सीजन की कोई कमी न हो। अस्पताल में 121 सिलेंडरों में 1869 लीटर आक्सीजन मौजूदा समय में उपलब्ध है। 10 आक्सीजन कंसेटेटर, चार वेंटिलेटर और आठ मल्टीपल मोनिटर मौजूद हैं।
यूटी प्रशासन भी करेगा संचालन में मदद
अस्पताल के संचालन में यूटी प्रशासन का स्टॉफ भी मदद करेगा। अस्पताल में जीएमएसएच -16 से एक नोडल अधिकारी मौजूद रहेगा। इसके अलावा दो एग्जीक्युटिव इंजीनियर्स, पांच स्वीपर, छह अलग-अलग कामों के लिए कर्मचारी मौजूद रहेंगे। इसके बॉयोमेडिकल वेस्ट, अतिरिक्त आक्सीजन उपलब्ध करवाने (7000 लीटर ) और मरीज की मौत होने पर जीएमएसएच -16 की मोर्चरी का इस्तेमाल होगा।
नंगल में बनने वाली ऑक्सीजन का वितरण करेगी राज्य सरकार
नंगल के भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में स्थित ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने बारे जानकारी देते हुए कर्नल जसदीप सिंह संधू ने बताया कि यह प्लांट 1962 से बंद था, इसे सेना के इंजीनियर्स ने शुरू किया है। अब इससे कितनी ऑक्सीजन बनेगी, यह जानकारी उन्हें नहीं है, इसके अलावा इसके वितरण का काम राज्य सरकार देखेगी।
कोट्स -
सेना के सहयोग के लिए धन्यवाद। पीयू के हॉस्टल में 100 अतिरिक्त बेड का अस्पताल मिलने से शहर के अन्य अस्पतालों पर बोझ कम होगा।
वीपी सिंह बदनौर, राज्यपाल, पंजाब। कोटस
कोरोना के खिलाफ लड़ाई शुरू हो चुकी है। हमनें चंडीगढ़ में तीन से चार दिनों में 100 बेड का अस्पताल तैयार कर दिया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि अगले चार से पांच दिनों में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू में भी इसी तर्ज पर अस्थायी अस्पताल बनाए जाएंगे। यह सब हम ऑपरेशन नमस्ते के तहत कर रहे हैं। हम आम लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
लेफ्टिनेंट जनरल आरपी सिंह, आर्मी कमांडर, वेस्टर्न कमांड।