चंडीगढ़ कोठी प्रकरण में आरोपित सतपाल डागर की जमानत याचिका पर 5 जुलाई को होगी बहस
शहर के सेक्टर-37ए स्थित विवादित कोठी मामले में आरोपित डीएसपी रामगोपाल के भाई सतपाल डागर की जमानत याचिका पर अब पांच जुलाई को बहस होगी। शुक्रवार को चंडीगढ़ जिला अदालत में मामले से संबंधित जज के छुट्टी पर होने की वजह से इसमें अगली तारीख डाल दी गई है।
जासं, चंडीगढ़। शहर के सेक्टर-37ए स्थित विवादित कोठी मामले में आरोपित डीएसपी रामगोपाल के भाई सतपाल डागर की जमानत याचिका पर अब पांच जुलाई को बहस होगी। शुक्रवार को चंडीगढ़ जिला अदालत में मामले से संबंधित जज के छुट्टी पर होने की वजह से इसमें अगली तारीख डाल दी गई है। सतपाल डागर पर आरोप है कि कोठी के लेन-देन की पूरी प्रक्रिया में और नकली राहुल मेहता को एस्टेट ऑफिस भेजने में उसका हाथ है।
पुलिस की ओर से कोर्ट में दलील दी गई कि सतपाल को कोठी के लेन देन के बारे में सब पता है। कोठी की पूरी डील में वो संजीव महाजन के साथ दूसरे आरोपितों की तरह शामिल था। ऐसे में अगर उसे जमानत दी जाती है तो वह बाहर आकर केस को गुमराह कर सकता है। वहीं दूसरी ओर डागर के वकील विशाल गर्ग नरवाणा का कहना है कि पुलिस की ओर से सतपाल को झूठा फंसाया गया है और पुलिस को जांच के दौरान सतपाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।
इसके अलावा सतपाल डागर नकली राहुल मेहता के संपर्क में भी था। जब कोठी को बेचने की डील हो रही थी, उस समय भी सतपाल डागर वहीं मौजूद था। कोठी के असली मालिक राहुल मेहता को प्रताड़ित करने से लेकर उसे दूसरे राज्यों में रखने तक में डागर का हाथ है। हालांकि पुलिस के आरोपों को डागर के वकील नरवाणा ने सिरे से खारिज किया है। गौरतलब है कि डागर की जमानत याचिका पर जून से तारीख डल रही है। डागर की जमानत याचिका पर अभी तक बहस तक नहीं हुई है। वकील नरवाणा का कहना है कि डागर की जमानत याचिका पर कोर्ट की ओर से तारीख डाली जा रही है। पांच जुलाई को जज के आने पर इस पर बहस शुरू होने की उम्मीद है।