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रिक्रूटमेंट, एक्सटेंशन व सर्विस रूल्स में बदलाव से पहले पर्सोनल डिपार्टमेंट से लेनी होगी मंजूरी

विज्ञापन के बाद से ही इस पर विवाद खड़ा हो गया। अधिकारियों पर चहेते को मौका देने के लिए यह पद निकालने के आरोप लगे। पीएमओ तक मामले की शिकायत पहुंची। प्रशासन को इंटरव्यू स्थगित करने पड़े। इसी तरह फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने फॉरेस्ट और फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती निकाली है।

By Edited By: Published: Mon, 19 Oct 2020 08:50 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 09:13 AM (IST)
रिक्रूटमेंट, एक्सटेंशन व सर्विस रूल्स में बदलाव से पहले पर्सोनल डिपार्टमेंट से लेनी होगी मंजूरी
अभी प्रशासन के कई डिपार्टमेंट अलग-अलग कैटेगरी में भर्ती निकालने के बाद विवादों में रहे। (फाइलव फाेटाे)

चंडीगढ़, [बलवान करिवाल]। प्रशासन का कोई भी डिपार्टमेंट, कारपोरेशन, या बोर्ड अपनी मर्जी से कोई भी भर्ती, प्रमोशन, रिक्रूटमेंट रूल्स में बदलाव नहीं कर सकता। इसके लिए पहले पर्सोनल डिपार्टमेंट से मंजूरी लेनी होगी। बिना कंसलट किए कोई भी नियमों में बदलाव नहीं कर सकता। पर्सोनल डिपार्टमेंट ने सभी एडमिनिस्ट्रेटिव सेक्रेटरी को इसके लिए चिट्ठी लिखी है।

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इसमें स्पष्ट किया गया है कि पर्सोनल डिपार्टमेंट को पर्सोनल, एडमिनिस्ट्रेटिव और सर्विस रूल्स की विशेष जानकारी है। इसलिए सभी डिपार्टमेंट को यह दिशा-निर्देश हैं कि वह कोई भी सर्विस रूल्स, रिक्रूटमेंट संबंधी फैसला लेने से पहले पर्सोनल डिपार्टमेंट से कंसलट करें या ओपिनियन लें। इन कामाें  के लिए अप्रूवल जरूरी डायरेक्टर रिक्रूटमेंट, रिक्रूटमेंट रूल्स फ्रेमिंग या अमेंडमेंट, डिपार्टमेंटल प्रमोशन कमेटी गठित या बदलाव करते समय, स्टेट या गवर्नमेंट ऑफ इंडिया से डेपुटेशन पर ऑफिसर लेते समय, तीन साल के बाद डेपुटेशन एक्सटेंशन, सीनियोरिटी के विवादित मामले, चंडीगढ़ में पंजाब या गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के सर्विस रूल्स एडॉप्ट करते समय, रिक्रूटमेंट या प्रमोशन के समय में योग्यता में छूट, कंसलटेंट रखते समय या पहले से रखे कंसलटेंट की कार्य अवधि बढ़ाते समय पर्सोनल डिपार्टमेंट से मंजूरी लेनी होगी।

कई भर्तियों पर उठे सवाल

अभी प्रशासन के कई डिपार्टमेंट अलग-अलग कैटेगरी में भर्ती निकालने के बाद विवादों में रहे। इन्हीं विवादों के बाद पर्सोनल डिपार्टमेंट ने यह आदेश जारी किए हैं। जिससे आगे ऐसी स्थिति न हो। हेल्थ डिपार्टमेंट ने नेशनल हेल्थ मिशन के तहत एडमिनिस्ट्रेटिव डायरेक्टर की पोस्ट पर भर्ती निकाली थी। विज्ञापन के बाद से ही इस पर विवाद खड़ा हो गया। अधिकारियों पर चहेते को मौका देने के लिए यह पद निकालने के आरोप लगे। पीएमओ तक मामले की शिकायत पहुंची। प्रशासन को इंटरव्यू स्थगित करने पड़े। इसी तरह से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने फॉरेस्ट और फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती निकाली है। इस पर योग्यता संबंधी मापदंड को लेकर सवाल उठे। इसी तरह से सर्विस रूल्स और एक्सटेंशन पर भी कई बार सवाल उठ चुके हैं।


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