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सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें प्रताप सिंह बाजवा नहीं तो होगी कानूनी कार्रवाई - हरपाल सिंह चीमा

विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ आम आदमी पार्टी के अनुसूचित जाति से संबंधित विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। विधायकों की अगुवाई कर रहे वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बाजवा से कहा कि वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaPublished: Mon, 05 Jun 2023 09:44 PM (IST)Updated: Mon, 05 Jun 2023 09:44 PM (IST)
सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें प्रताप सिंह बाजवा नहीं तो होगी कानूनी कार्रवाई - हरपाल सिंह चीमा
सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें नहीं तो उनके प्रतात सिंह बाजवा के खिलाफ होगी कानूनी कार्रवाई - हरपाल सिंह चीमा

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो : विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा के खिलाफ आम आदमी पार्टी के अनुसूचित जाति से संबंधित विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है। विधायकों की अगुवाई कर रहे वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने बाजवा से कहा कि वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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हालांकि पार्टी सूत्रों का यह भी कहना है कि बाजवा के खिलाफ मर्यादा हनन का भी प्रस्ताव लाने पर विचार किया जा रहा है। आज यहां मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि दो दिन पहले प्रताप सिंह बाजवा ने हलका भदौड़ से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को हराने वाले लाभ सिंह उभोके के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी जिससे साफ जाहिर है कि उनके मन में अनुसूचित नेताओं के प्रति कितनी नफरत भरी हुई है।

लाल चंद कटारूचक भी मौजूद थे

इन लोगों से यह बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है कि आम लोगों के घरों में रहने वाले भी विधायक बन सकते हैं। इस मौके पर पार्टी के अनुसूचित जाति से संबंधित विधायक और तीन कैबिनेट मंत्री भी हाजिर थे जिनमें हरपाल चीमा के अलावा डॉ बलजीत कौर और लाल चंद कटारूचक भी मौजूद थे इसके अलावा अनुसूचित जाति से संबंधित विधायक भी इस मौके पर हाजिर थे।

कई विधायक MBBS डाॅक्टर 

हरपाल चीमा ने कहा कि बाजवा जैसे धनाढ्य लोगों से यह बर्दाश्त नहीं हो रहा है कि आम घरों के बच्चे कैसे उन्हें चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में अनुसूचित जाति से संबंधित जितने भी विधायक जीते हैं उनमें कई एमबीबीएस डॉक्टर हैं या फिर अध्यापक हैं। इन्होंने बड़ी पार्टियों के बड़े नेताओं को भारी मतों के अंतर से हराया है।

पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को ही दो सीटों पर भारी मतों से मात दी है। ये लोग दो -दो लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन बाजवा जैसे लोगों को यह बात खाए जा रही है कि कैसे परिवारवाद की रणनीति को दरकिनार कर लोग अब इन पर अपना विश्वास जता रहे हैं।


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