सिद्धू के खिलाफ मंत्रियों का गुस्सा बढ़ा, खेलमंत्री बोले- कैप्टन के खिलाफ रच रहे साजिश
कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में बयान देने पर नवजोत सिद्धू के खिलाफ मंत्रियों का गुस्सा फूट पड़ा है। खेलमंत्री राणा गुरजीत सोढ़ी ने कहा है सिद्धू सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
जेएनएन, चंडीगढ़। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बयान को लेकर पंजाब के कैबिनेट नवजोत सिंह सिद्धू पर घेरा और कस गया है। उनके खिलाफ एक अौर मंत्री ने मोर्चा खोल दिया है। मंत्रियों का कहना है कि सिद्धू मुख्यमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा में इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। राज्य के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने तो सिद्धू पर कैप्टन सरकार को के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू राज्य सरकार को स्थिर करने की काेशिश कर रहे हैं। मंत्रियों एक और मंत्री अरुणा चौधरी ने भी सिद्धू के बयान को गलत करार दिया है और कहा है कि उनको इस तरह के बयान के लिए कैप्टन अमरिंदर से माफी मांगना चाहिए। कैप्टन अमरिंदर सिंह के बारे में बयान देने पर नवजोत सिद्धू के खिलाफ मंत्रियों का गुस्सा फूट पड़ा है। खेलमंत्री राणा गुरजीत सोढ़ी ने कहा है सिद्धू सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
खेलमंत्री बोले- कैप्टन सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे सिद्धू,, अब तक पांच मंत्री आए विरोध में
इस तरह अब तक पांच मंत्री खुलेआम सिद्धू के खिलाफ आ चुके हैं अौर कैबिनेट से उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। ऐसे में सिद्धू की मुश्किलें बढ़ने के साथ-साथ पंजाब कांग्रेस में भी कलह तेज होने की संभावना है। इससे पहले पंजाब कैबिनेट के उनके तीन सहयोगी मंत्रियों आैर उनकी पार्टी कांग्रेस के एक सांसद ने सिद्धू के खिलाफ मोर्चा खोला था। बताया जाता है कि पाकिस्तान दौरे को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर सिद्धू की टिप्पणी से कई अन्य मंत्रियों में भी नाराजगी है।
पहले कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया व साधू सिंह धर्मसोत ने मंत्रिमंडल से सिद्धू के इस्तीफे की मांग की थी। वरिष्ठ मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने तो यहां तक कह दिया कि सिद्धू को समझना चाहिए कि यह कपिल शर्मा का शो नहीं है।
सिद्धू ने यह कहा था
बता दें कि शुक्रवार को नवजाेत सिंह सिद्धू ने कहा था, मेरे कैप्टन तो राहुल गांधी हैं। पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आपको पाकिस्तान जाने से मना किया तो सिद्धू ने कहा, ' कौन कैप्टन, अच्छा कैप्टन अमरिंदर सिंह जी। वह तो सेना के कैप्टन हैं। मेरे कैप्टन राहुल गांधी हैं अौर कैप्टन अमरिंदर सिंह के कैप्टन भी वही हैं।'
राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी बोले- मिशन 2019 पर भी पड़ेगा असर
खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी का कहना है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब सरकार को अस्थिर करने की साजिश रची है। राणा सोढ़ी ने कहा कि सिद्धू ने तो राहुल गांधी को भी नहीं छोड़ा। पाकिस्तान यात्रा को लेकर सिद्धू ने पहले कहा कि वह राहुल गांधी के कहने पर पाकिस्तान गए। बाद में वह इससे मुकर गए। आखिर सिद्धू ने राहुल का नाम इस विवाद में क्यों खींचा? इसका जवाब उन्हें देना चाहिए।
राणा सोढ़ी ने कहा, सिद्धू ने राहुल का नाम एक प्रेस कांफ्रेंस में लिया। जबकि जब वह ट्विट करके स्पष्टीकरण दे रहे हैं कि वह राहुल गांधी के कहने पर पाकिस्तान नहीं गए थे। सिद्धू सांसद भी रहे है और अब कैबिनेट मंत्री हैं। ऐसे में जिस प्रकार से उन्होंने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का उपहास किया यह बेहद शर्मनाक है। यह सबको पता है कि राहुल गांधी कांग्रेस के कप्तान हैं और इसको लेकर कोई शंका नहीं है। लेकिन, कैप्टन को लेकर उनका लहजा बिल्कुल भी ठीक नहीं था।
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खेल मंत्री ने कहा, सिद्धू ने केेवल कैप्टन अमरिंदर सिंह का नहीं बल्कि पंजाब सरकार का उपहास उड़ाया है। जिस कैप्टन की अगुवाई में कांग्रेस ने 10 साल बाद पंजाब में वापसी की, उसके बारे में यह कहना कि वह मेरे नहीं सेना के कैप्टन हैं। यह किसी साजिश की आशंका को जन्म देता है। सिद्धू सुलझे हुए इंसान है और यह नहीं माना जा सकता है कि उन्होंने कोई जल्दबाजी व गफलत में इस तरह की शब्दावली का प्रयोग किया।
राणा गुरमीत ने कहा कि सिद्धू ने एक ही पल में कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व पर संदेह पैदा कर दिया। पार्टी हाईकमान को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि इससे न सिर्फ इससे पार्टी कमजोर होगी बल्कि मिशन 2019 को भी झटका लगेगा।
राणा सोढ़ी ने कहा कि पाकिस्तान के साथ हमारे रिश्ते सुधरे इसे कौन नहीं चाहता है, लेकिन एेसा राष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रख कर नहीं किया जा सकता है। यह अच्छी बात है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सिद्धू के दोस्त है, उनको सिद्धू को यह समझना चाहिए के यह दो देशों की नीतियों की बात है। इसमें इतना उतावलापन ठीक नहीं है। अत: पार्टी हाईकमान को इस संबंध में गंभीर रुख अपनाना चाहिए।
इससे पहले अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने भी सिद्धू पर निशाना साधा था। औजला ने साफ कहा, 'सिद्धू अगर अमरिंदर सिंह को कैप्टन नहीं मानते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। अन्यथा वह कैप्टन अमरिंदर सिंह से माफी मांगें और स्वीकार करें कि उनसे गलती से ऐसा मुंह से निकल गया था।'
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बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान दौरे जाने से कैप्टन कैप्टन अमरिंदर सिंह के मना करने के संबंध में पूछे जाने पर कहा था, ' राहुल गांधी मेरे कैप्टेन हैं।' इस बयान के बार पंजाब सरकार के कुछ मंत्री नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में यह मामला सोमवार को होनेवाली कैबिनेट की बैठक में उठ सकता है।
सबसे पहले तृप्त राजिंदर बाजवा ने साधा निशाना
ग्रामीण विकास मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा, 'राहुल गांधी तो सभी के कैप्टन हैं, लेकिन जिस लहजे में सिद्धू बात कर रहे हैं, वह अच्छी बात नहीं है। पंजाब में तो कैप्टन अमरिंदर सिंह को ही कैप्टन मानना पड़ेगा और यदि वह ऐसा नहीं समझते तो उनकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह कैबिनेट से इस्तीफा दे दें और वहीं डयूटी करें जहां राहुल गांधी उन्हें लगाना चाहते हैं।'
तृप्त राजिंदर ने सिद्धू को संबोधित करते हुए कहा, ' प्रिय सिद्धू साहिब, मैंने बार-बार आपकी वीडियो क्लिप देखी है जिसमें आप कह रहे हैं कि राहुल गांधी आपका कप्तान हैं और कप्तान अमरिंदर सिंह आपके पिता हैं। यह सच है कि राहुल गांधी कप्तान अमरिंदर सिंह समेत देश के सभी कांग्रेसकर्मियों के कप्तान हैं, लेकिन साथ ही कप्तान अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस के निर्विवाद नेता हैं। आपकी मुद्रा और शरीर की भाषा बहुत ही हानिकारक और घृणास्पद है, जबकि स्वर कैप्टन अमरिंदर सिंह के अपमान का संकेत देता है।'
तृप्त राजिंदर ने आगे कहा, 'यदि आप कप्तान अमरिंदर सिंह को अपने नेता के रूप में नहीं मानते हैं, तो आपके कैबिनेट के सदस्य के रूप में जारी रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। सिद्धू साहिब, आपके पास बहुत सपने हैं। यह मेरा विनम्र सुझाव है कि आपको कम बात करनी चाहिए और यह मंत्र आपके अंतिम राजनीतिक लक्ष्य की प्राप्ति में सुविधा प्रदान करेगा। सार्वजनिक बातचीत के दौरान हाइपरबॉलिक शैली आपके करियर के लिए समस्याएं पैदा कर सकती है। यह मेरा विनम्र सुझाव है लेकिन यह आपके लिए अपने विवेक पर निर्भर करता है।'
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सिद्धू का लहजा ठीक नहीं: सरकारिया
सिंचाई मंत्री सुखविंदर सिंह सरकारिया ने कहा कि तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने सिद्धू के इस्तीफे की जो मांग की है वह ठीक है। कैप्टन को टीम का कैप्टन मानना न मानना उनका निजी विचार हो सकता है, लेकिन जिस लहजे में उन्होंने यह कहा है, वह ठीक नहीं है।
यह कपिल शर्मा का शो नहीं : धर्मसोत
वन मंत्री साधू सिंह धर्मसोत ने सिद्धू से कहा कि यह कपिल शर्मा का शो नहीं है। वह शो में जो मर्जी बोलें। शो चलाना और बात है, देश और पार्टी चलाना अलग बात है। पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह ही टीम के कैप्टन हैं।
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पार्टी अध्यक्ष व प्रभारी तय करेंगे सजा: औजला
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह हम सभी के कैप्टन हैं। सिद्धू ने जो कहा वह गलत है। किसने क्या कहा और इसकी क्या सजा देनी है, इसका फैसला पार्टी अध्यक्ष सुनील जाखड़ व पार्टी प्रभारी आशा कुमारी करेंगे।
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अब बयान से पलटे गुरु, बोले- राहुल के कहने पर नहीं इमरान के बुलावे पर गया था
बढ़ते विवाद को देखते हुए नवजोत सिंह सिद्धू शनिवार को अपने बयान से पलट गए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'राहुल गांधी जी ने मुझे कभी पाकिस्तान जाने के लिए नहीं कहा था। इसलिए आप अपने तथ्यों को ठीक कर लें। पूरी दुनिया जानती है कि मैं प्रधानमंत्री इमरान खान के निजी आमंत्रण पर गया था।'
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कैप्टन जानें या सिद्धू, लेकिन यह अफसोसजनक: प्रताप बाजवा
राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रधान प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि इस विवाद के बारे में कैप्टन जानें या सिद्धू। या फिर सीएम के करीबी कैबनिट मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा, लेकिन यह सब अफसोसजनक है। नेताओं को ऐसे व्यवहार से परहेज करना चाहिए।
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उधर विपक्षी दलों ने भी सिद्धू पर निशाना साधा है। शिअद और भाजपा के नेताओं ने कहा है सिद्धू मुख्यमंत्री पद की लालसा में किसी भी सीमा तक जा सकते हैं। भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रधान केंद्रीय मंत्री विजय सांपला और शिअद महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया के बाद अब वरिष्ठ अकाली नेता मनजीत सिंह जीके ने सिद्धू पर निशाना साधा है।
मनजीत सिंह जीके ने कहा, नवजोत सिंह सिद्धू को समझना बेहद मुश्किल है। वह क्या कहते हैं अौर क्या करते हैं यह समझ से परे हैं। वह कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफों के पुलिंदे बांधते थे और आज उन पर हमले कर रहे हैं। उन्होंने कभी सोनिया गांधी को इटेलियन मम्मी कहते थे और अब उनके पैर छूते थे। अब वह अपने ही मुख्यमंत्री पर निशाना साध रहे हैं। ऐसा लगता है वह मुख्यमंत्री बनने के लिए उतावले हैं।
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