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Amritpal Singh News Updates: अमृतपाल सिंह कांड की पूरी कहानी, पढ़ें अब तक क्या-क्या हुआ

पुलिस ने भगोड़े खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के पांच साथियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगा दिया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उस पर भी एनएसए लगाया जा सकता है और पुलिस ने इसकी तैयारी कर ली है।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Tue, 21 Mar 2023 02:32 AM (IST)Updated: Tue, 21 Mar 2023 05:09 AM (IST)
Amritpal Singh News Updates: अमृतपाल सिंह कांड की पूरी कहानी, पढ़ें अब तक क्या-क्या हुआ
अमृतपाल सिंह कांड की पूरी कहानी जानिए

चंडीगढ़, डिजिटल डेस्क। पंजाब सरकार ने सोमवार को मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं के निलंबन को मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दिया, जबकि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश तीसरे दिन भी जारी रही। राज्य के अधिकारियों ने शनिवार को राज्य में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं को रविवार दोपहर तक के लिए निलंबित कर दिया था। बाद में प्रतिबंधों को सोमवार दोपहर तक बढ़ा दिया गया। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित नहीं किया जा रहा है ताकि बैंकिंग सुविधाएं, अस्पताल सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।

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चाचा हरजीत सिंह व ड्राइवर हरप्रीत सिंह भी गिरफ्तार

पुलिस ने भगोड़े खालिस्तान समर्थक और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के पांच साथियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगा दिया है। अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उस पर भी एनएसए लगाया जा सकता है और पुलिस ने इसकी तैयारी कर ली है। अमृतपाल सिंह और उसके साथियों के खिलाफ जारी कार्रवाई के तहत सोमवार को पुलिस ने अमृतपाल की मर्सिडीज कार बरामद करके उसके चाचा हरजीत सिंह व ड्राइवर हरप्रीत सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है।

इन पांच आरोपितों पर लगा एनएसए

हरजीत सिंह को विमान से असम के डिब्रूगढ़ भेजा गया है। उसे वहां केंद्रीय जेल में रखा जाएगा। वहीं राज्य में मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर जारी प्रतिबंध को 24 घंटे और बढ़ा दिया गया है। यह सेवाएं अब मंगलवार दोपहर 12 बेज तक बंद रहेंगी। सोमवार को मीडिया से बातचीत करते हुए आइजी (हेड क्वार्टर) डा. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि अजनाला थाने पर हमले के मामले में गिरफ्तार जिन पांच आरोपितों पर एनएसए लगाया गया है उनमें अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह, प्रधानमंत्री बाजेके, दलजीत सिंह कलसी, गुरप्रीत सिंह और भगवंत सिंह के नाम शामिल हैं।

आरोपी डिब्रूगढ़ की केंद्रीय जेल में बंद

यह पांचों अब असम की डिब्रूगढ़ की केंद्रीय जेल में बंद हैं। इस कानून के दूसरे राज्य से संपर्क करके आरोपितों को वहां की जेल में रखा जा सकता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद उस पर भी एनएसए लगाया जा सकता है। फिलहाल वह फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। जालंधर के मेहतपुर से अमृतपाल की मर्सिडीज कार बरामद करके उसके चाचा हरजीत और ड्राइवर हरप्रीत को गिरफ्तार किया गया है।

अमृतपाल का आइएसआइ कनेक्शन

आइजी गिल ने कहा कि पुलिस की अब तक की जांच में अमृतपाल के आइएसआइ कनेक्शन सामने आया है। इतना ही नहीं अमृतपाल और उसके साथियों को विदेश से फंडिग हो रही थी। हवाला के जरिए भी पैसा उन तक पहुंचाया गया। अब तक अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ विभिन्न थानों में छह केस दर्ज किए गए हैं और इन मामलों में कुल 114 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपितों से नौ राइफल, एक रिवाल्वर और 430 कारतूस पकड़े गए हैं। इनमें से अधिकतर हथियार अवैध हैं। पुलिस की अब तक की कार्रवाई में अमृतपाल की मर्सिडीज सहित चार वाहन जब्त किया गए हैं।

राज्य में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में

डा. गिल ने कहा कि सभी जिलों में फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं और जिला स्तर पर शांति कमेटियों का गठन कर लगातार बैठकें की जा रही हैं। राज्य में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें।

इतनी आय नहीं जितने की कारें खरीदीं, जांच जारी

आइजी डा. सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि अमृतपाल की मर्सिडीज सहित उसके साथियों की एंडेवर और इसूजू गाड़ियां बहुत महंगी हैं। इनकी कीमत लाखों रुपये हैं और यह जिनके नाम पर रजिस्टर्ड हैं उनकी आय या वित्तीय स्थिति आसी नहीं है कि वह यह गाड़ियां खरीद सकें। यह गाड़िुयां खरीदने के लिए पैसा किसने दिया, इसकी जांच की जा रही है।

नशा मुक्ति केंद्रों पर फियादीन तैयार करने के मामले की जांच जारी

डा. गिल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमृतपाल द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति केंद्रों में फिदायीन हमलावर तैयार किए जा रहे थे या नहीं, यह जांच का विषय है। वहीं अमृतपाल के प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फार जस्टिस से संबंध होने के पहलुओं की जांच की जा रही है।

नशा तस्कर रवेल सिंह ने दी अमृतपाल को मर्सिडीज

पंजाब आने के बाद नशे के खात्मे के दावे करने वाले अमृतपाल के नशा तस्करों के साथ इतने घनिष्ट संबंध थे कि नशा तस्करों ने उसे मर्सिडीज कार तक भेंट कर दी। जालंधर रेंज के डीआइजी स्वप्न शर्मा ने कहा कि जिस मर्सिडीज से अमृतपाल चलता था वह मर्सिडीज उसे खेमकरण के एक नशा तस्कर रवेल सिंह ने भेंट की थी। रवेल सिंह के भाई कुलदीप सिंह भूरा निहंग को बीएसएफ ने 2013 में नशा तस्करी करते समय फिरोजपुर में मार गिराया था। उसके पास से 10 किलो हेरोइन, एक पिस्टल और पाकिस्तानी सिम बरामद किया था। इसकी पुष्टि बीएसएफ के तत्कालीन आइजी आदित्य मिश्रा ने भी की थी।

भूरा के भाई रवेल सिंह के संबंध नशा तस्करों के अलावा खालिस्तान समर्थकों के साथ भी बताए जा रहे हैं। अमृतपाल के पंजाब में सक्रिय होने के बाद रवेल उसके लिए विभिन्न प्रकार के संसाधन जुटाने का काम कर रहा था। पुलिस ने इसकी पड़ताल शुरू कर दी है। अमृतपाल ने नशे के खिलाफ अभियान चलाने के दावे करके लोगों की सहानुभूति एकत्र करने की कोशिश कर रहा था।

अमृतपाल और उसके साथियों के खिलाफ किस थाने में कौन सा मामला

16 फरवरी: एफआइआर नंबर 29 पुलिस स्टेशन अजनाला में अपहरण, लड़ाई झगड़ा, जान से मारने की धमकियां देने, चोरी, पांच से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

22 फरवरी : एफआइआर नंबर 54 पुलिस स्टेशन बी डिवीजन अमृतसर में धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में भीड़ एकत्रित करना, लोगों को चोटिल करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।

22 फरवरी : एफआइआर नंबर 34 पुलिस स्टेशन बाघा पुराना में साजिश रचने, गैर कानूनी गतिविधियों, धार्मिक कार्यक्रम की आड़ में भीड़ एकत्रित करना, अफवाहें फैलाने, लोगों की जान को खतरे में ड़ालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया।

24 फरवरी : एफआइआर नंबर 39 अजनाला पुलिस स्टेशन पर हमला करने, गैर इरादतन हत्या, सरकारी काम में बाधा डालने सहित कुछ अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।

18 मार्च : एफआइआर नंबर 26 पुलिस स्टेशन खलचियां में खतरनाक तरीके से वाहन चलाकर किसी को चोटिल करने, सरकारी काम में बाधा डालने, आर्म्स एक्ट के तहत की धाराओं के मामला दर्ज हुआ।

19 मार्च : एफआइआर नंबर 27 पुलिस स्टेशन मेहतपुर में खतरनाक तरीके से वाहन चलाने और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।


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