Amritpal Singh: पत्नी को पीटता था अमृतपाल, दूसरी महिलाओं से थे संबंध; क्या थाईलैंड में है अमृतपाल की प्रेमिका!
वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल को लेकर नया खुलासा हुआ है। अमृतपाल अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था और अन्य महिलाओं से जुड़ा हुआ था। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल ने अपनी पत्नी को कैद कर रखा था उसे नियमित रूप से पीटता था।
चंडीगढ़, जागरण संवाददाता : वारिस पंजाब दे प्रमुख व खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल को लेकर नया खुलासा हुआ है। अमृतपाल अपनी पत्नी को प्रताड़ित कर रहा था और अन्य महिलाओं से जुड़ा हुआ था। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल ने अपनी पत्नी को कैद कर रखा था उसे नियमित रूप से पीटता था।
अमृतपाल के दूसरी महिलाओं से संबंध होने का खुलासा हुआ है। शादीशुदा होने के बाद भी कई महिलाओं से संबंध बनाता था।
दुबई में जी रहा था लग्जरी जिंदगी
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमृतपाल सिख सिद्धांतों का पालन किए बिना दुबई में शानदार जीवन शैली जी रहा था और वह अमृतधारी सिख नहीं था। अमृतधारी सिख न होने की वजह से उसने कनाडा में आराम से जिंदगी जी है। एजेंसियों के मुताबिक अमृतपाल थाईलैंड भी गया था। वह थाईलैंड में क्यों गया इस की जांच की जा रही है। वह थाईलैंड में महिलाओं के साथ किसी गलत काम में लिप्त था या फिर थाईलैंड में उसकी प्रेमिका थी इस की जांच की जा रही है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि थाईलैंड में कहीं उसकी दूसरी पत्नी तो नहीं है।
दीप सिद्धू ने खड़ा किया वारिस पंजाब दे संगठन
ध्यान रहे कि वारिस पंजाब दे संगठन को एक्टर दीप सिद्धू ने खड़ा किया था। उनकी मौत के बाद इस पार्टी की कमान अमृतपाल सिंह के हाथों में आ गई। इस संगठन ने महिलाओं को कभी कोई प्रमुख भूमिका नहीं दी। दीप सिद्धू की प्रेमिका रीना रॉय को दीप सिद्धू के साथ अमृतपाल के संबंध के बारे में खुलकर बात करने की अनुमति नहीं थी। वहीं अमृतपाल सिंह की पत्नी को प्रताड़ित किए जाने के मामले पर भी जांच की जा रही है।
नशा मुक्ती केंद्र में नहीं दिखती थीं महिलाएं
उसकी पत्नी किरणदीप कौर को बंधक बनाकर रखा गया था और आए दिन उसके साथ मारपीट की जाती थी। अमृतपाल सिंह ने अपनी शादी को रिवर्स माइग्रेशन का उदाहरण बताते हुए कहा कि वह पंजाब में रहेंगे। जांच एजेंसियां अमृतपाल सिंह के संगठन के आधार पर भी सवाल उठा रही हैं कि उसके संगठन में किसी महिला को जगह क्यों नहीं दी गई। इसके अलावा अमृतपाल और कई महिलाओं के साथ की गई चैट भी सामने आ गई है जिससे उसके चरित्र पर सवाल उठ रहे हैं।
नशा मुक्ति केंद्र केवल एक दिखावा
जांच एजेंसियां जवाब मांग रही हैं कि अगर यह वास्तव में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई थी तो कोई महिलाएं आगे क्यों नहीं थी। किसी भी परिवार की महिलाएं व्यापक रूप से फैली नशीली दवाओं के खतरे की सबसे बड़ी पीड़ित हैं, लेकिन फिर भी इस मामले में कोई महिला सामने नहीं आई। यह दर्शाता है कि यह ड्रग्स के खिलाफ वास्तविक लड़ाई नहीं है, बल्कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार केवल एक दिखावा है।