Move to Jagran APP

आंगनबाड़ी के साथ शहर के क्रेच की हालत भी खस्ता

बच्चों को बेहतर बचपन देने के लिए शहर में 450 आंगनबाड़ी के साथ 45 क्रेच खोले गए हैं। इन क्रेच में कामकाजी महिलाएं छोटे बच्चों को छोड़ सकती हैं। क्रेच में छह महीने से लेकर चार वर्ष के बच्चे को एडमिशन और मासिक फीस देकर दिन के समय में छोड़ा जा सकता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 08:45 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 08:45 PM (IST)
आंगनबाड़ी के साथ शहर के क्रेच की हालत भी खस्ता
आंगनबाड़ी के साथ शहर के क्रेच की हालत भी खस्ता

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : बच्चों को बेहतर बचपन देने के लिए शहर में 450 आंगनबाड़ी के साथ 45 क्रेच खोले गए हैं। इन क्रेच में कामकाजी महिलाएं छोटे बच्चों को छोड़ सकती हैं। क्रेच में छह महीने से लेकर चार वर्ष के बच्चे को एडमिशन और मासिक फीस देकर दिन के समय में छोड़ा जा सकता है। शहर के आंगनबाड़ी की तरह क्रेच की स्थिति भी बेहद खराब है।

loksabha election banner

सेक्टर-46 स्थित क्रेच गवर्नमेंट हाई स्कूल के अंदर जमीन लेकर सोशल वेलफेयर ने खुद की इमारत से तैयार किया है। क्रेच के अंदर एक बड़ा हाल होने के साथ रसोई और बाथरूम की सुविधा है, लेकिन हैरत की बात है कि क्रेच के अंदर पानी की व्यवस्था नहीं है। साथ ही क्रेच कैंपस के चारों तरफ पत्तों के ढेर लगे हुए हैं जिन्हें उठाने के लिए कोई भी नियमित कर्मचारी नहीं है। क्रेच कर्मचारियों की बार-बार अपील के बाद प्रशासन कर्मचारियों को भेजकर सफाई करवाता है।

क्रेच में सुबह नौ से शाम पांच बजे तक बच्चे रह सकते हैं। बच्चों को क्रेच में रहने के दौरान खाने-पीने के लिए दी जाने वाली डाइट की फीस लेते हैं। सोशल वेलफेयर की तरफ से क्रेच संभालने वाली कर्मचारियों को वेतन और बिजली व पानी का बिल अदा किया जाता है। इसी प्रकार से क्रेच मरम्मत का जिम्मा भी सोशल वेलफेयर का होता है, लेकिन मरम्मत न होने से यहां स्थिति बेहद खराब है। क्रेच का निरीक्षण करने के बाद इनके सुधार के लिए प्लानिग होगी। बच्चों को क्रेच में बेहतर माहौल दिया जाएगा। बच्चों के स्वास्थ्य से कोई खिलवाड़ नहीं होगा।

- नितिका पवार, सचिव सोशल वेलफेयर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.