70 की उम्र में भी रक्तदान के लिए जज्बा जिदा
उम्र 70 साल लेकिन जज्बा ऐसा कि डॉक्टर बोल दे तो रक्तदान करने के लिए तैयार हो जाएं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : उम्र 70 साल लेकिन जज्बा ऐसा कि डॉक्टर बोल दे तो रक्तदान करने के लिए तैयार हो जाएं। 65 साल से उपर वाले व्यक्ति को डॉक्टर रक्तदान के लिए इन्कार कर देते हैं। हम बात कर रहे हैं पंचकूला के मनसा देवी कांप्लेक्स स्थित स्वास्तिक विहार के सेक्टर-4 में रहने वाले भारत भूषण की, जो 75 बार रक्तदान कर चुके हैं। भूषण ने पीजीआइ में अपना शरीर और आंखें भी दान की हुई है। भारत भूषण अब अलग-अलग रक्तदान शिविर में जाकर लोगों को जागरूक करते हैं। भारत भूषण को पंजाब के गवर्नर भी सम्मानित कर चुके हैं। भारत भूषण श्री शिव कावड़ महासंघ के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। यह संस्था शहर में हर साल कई रक्तदान शिविर लगाती है।
भारत भूषण हरियाणा के साइंस एंड टेकनोलॉजी विभाग से रिटायर्ड हैं। जब महासंघ की ओर से रक्तदान शिविर लगता है तो भारत भूषण शिविर स्थल के आसपास रहने वाले लोगों और व्यापारियों को जाकर जागरूक करते हैं। भारत भूषण में जागरूक करने की एक कला है अगर दस लोगों को अवेयर करते हैं तो कम से कम चार से पांच लोग शिविर में रक्तदान करने के लिए पहुंच जाते हैं।
1990 में किया था पहली बार रक्तदान
भारत भूषण का कहना है कि पहली बार उन्होंने 1990 में रक्तदान किया था। किसी जरूरतमंद लोगों को रक्त की जरूरत थी। पीजीआइ जाकर रक्तदान किया जब वह मरीज बिल्कुल ठीक हो गया तो उन्हें खुशी हुई। उसके बाद वह रेगुलर रक्तदान करने लग गए। भारत भूषण को एक बार ब्रेन स्ट्रोक हुआ था इसके बावजूद उनका ध्यान हमेशा लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक करने का रहता है। भारत भूषण का मानना है कि एक रक्त यूनिट से तीन लोगों की जान बच सकती है। इसी उद्देश्य से हर किसी को रक्तदान करना चाहिए।