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छात्र की हत्या के बाद जागा शिक्षा विभाग, स्कूलों की बढ़ेगी सुरक्षा

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़ पंचकूला सेक्टर-7 के सरकारी स्कूल में हुई छात्र की हत्या के चंडीग

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 05:29 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 05:29 PM (IST)
छात्र की हत्या के बाद जागा शिक्षा विभाग, स्कूलों की बढ़ेगी सुरक्षा
छात्र की हत्या के बाद जागा शिक्षा विभाग, स्कूलों की बढ़ेगी सुरक्षा

सुमेश ठाकुर, चंडीगढ़

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पंचकूला सेक्टर-7 के सरकारी स्कूल में हुई छात्र की हत्या के चंडीगढ़ शिक्षा विभाग भी जाग गया है। शहर में मौजूद संवेदनशील स्कूलों के लिए जल्द ही पुलिस फोर्स तैनात करने पर विचार चल रहा है। इसके लिए शिक्षा सचिव बंसी लाल शर्मा ने स्कूल संचालकों की मांग पर डीजीपी संजय बेनीवाल से फोन पर स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में बातचीत की है। चर्चा के बाद अगले सप्ताह स्कूल संचालकों व पुलिस अधिकारियों के बीच एक बैठक रखी गई है, जिसमें स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था पर रणनीति तैयार की जाएगी। बैठक में स्कूल संचालकों की ओर से पुलिस से मांग की जाएगी कि स्कूल टाइम में पीसीआर के अलावा कुछ पुलिस कर्मचारी विशेष तौर पर स्कूल के बाहर खड़े रहें ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी के समय वह स्थिति को संभाल सके। संवेदनशील स्कूलों में मुख्य तौर पर स्लम के स्कूलों के नाम शामिल है जहां पर आए दिन वारदातें होती है।

स्कूलों के आगे तैनात होंगे पुलिस के जवान

स्टूडेंट्स की सुरक्षा को लेकर शहर के कई स्कूलों के आगे पीसीआर खड़ी रहती है लेकिन एक पीसीआर के पास ज्यादा एरिया होने के कारण वह राउंड पर भी निकल जाते है। ऐसे समय में अब स्कूलों के गेट पर पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी रहेगी जो कि पूरे स्कूल टाइम में स्कूल में ही मौजूद रहेंगे।

इन एरिया के स्कूल हैं सबसे ज्यादा संवेदनशील

शहर में सबसे संवेदनशील स्कूलों में गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-38, गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल धनास, मलोया, हल्लोमाजरा, मौलीजागरां, करसान के स्कूल मौजूद है। इन स्कूलों में रोजाना बाहरी लोगों की तरफ से तोड़-फोड़ होती रहती है जिसकी शिकायत स्कूल प्रिंसिपल कई बार विभाग को लिखित में कर चुके है।

करसान में टीचर पर हुआ था हमला

डेढ़ वर्ष पहले गवर्नमेंट हाई स्कूल करसान में टीचर के साथ हादसा हुआ था। जिसमें टीचर पर बाहरी लड़कों की तरफ से चाकू से हमला कर दिया था। जिसकी शिकायत उस समय की प्रिंसिपल नीना कालिया ने लिखित में विभाग को दी थी। इसी प्रकार से गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-38 में बच्चों की तलाशी के दौरान कई प्रकार के आपत्तिजनक वस्तुएं मिली थी। यहां के कई बच्चे नशा के शिकार होते है जिसके कारण बच्चों के साथ-साथ टीचर भी खतरे में रहते है। इसके अलावा स्कूल में रात में भी कई बार तोड़-फोड़ होती है जो कि नशेड़ी लोगों की तरफ से की जाती है।

सभी स्कूलों के लिए हो सुरक्षा की व्यवस्था : कंबोज

यूटी कैडर एजुकेशन एम्पलोय के अध्यक्ष स्वर्ण सिंह कंबोज ने कहा कि सुरक्षा की जरूरत सिर्फ स्लम के स्कूलों में ही नहीं बल्कि अन्य स्कूलों में भी जरूरत है। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-40 में बीते दस दिन पहले दो लड़के दीवार फांद कर घुसे थे। जिन्हें रोकने पर हाथापाई भी हुई थी। इसी प्रकार से गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर-45 में भी टीचर के साथ अभिभावकों ने आकर मारपीट की थी। कोट

पंचकूला के हादसे के बाद कुछ स्कूल प्रिंसिपल की मांग आई है कि उनके स्कूल में भी इस प्रकार के हादसे हो सकते है। ऐसे में डीजीपी संजय बेनीवाल से टेलीफोन पर बात हुई है। अगले सप्ताह डीजीपी और स्कूल प्रिंसिपल की बैठक की जाएगी जिसमें पुलिस फोर्स की मांग की जाएगी।

बंसी लाल शर्मा, शिक्षा सचिव


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