DGP पद से चूके मुस्तफा का गुस्सा भड़का, बोले- सीएम चाहते थे पर अफसरों ने रची साजिश
पंजाब के डीजीपी बनने से चूकने के बाद वरिष्ठ आइपीएस अफसर मोहम्मद मुस्तफा का गुस्सा फूट पड़ा है। उन्होंने कहा कि अफसरों ने साजिश रचकर उनका नाम पैनल से बाहर करवाया।
चंडीगढ़, [निर्मल सिंह मानशाहिया]। पंजाब का डीजीपी बनने से चूक गए और ऐन वक्त पर रेस से बाहर हो गए वरिष्ठ आइपीएस अफसर और एसटीएफ चीफ मोहम्मद मुस्तफा बेहद नाराज हैं। उनका गुस्सा फूट पड़ा है और उन्होंने पंजाब के अफसरों पर साजिश रच कर अपना नाम कटवाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि साजिश रच कर संघ लोकसेवा आयोग (यूपीएससी) से भेजे गए पैनल से उनका नाम हटवा दिया गया। उन्होंने इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का इरादा एक बार फिर जाहिर किया।
जागरण से खास बातचीत में मो. मुस्तफा ने कहा, मेरी नाराजग़ी न तो मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से है और न ही कांग्रेस सरकार से है। मेरी नाराजग़ी तो संघ लोग सेवा आयोग (यूपीएससी) से है। यूपीएससी में मेरे खि़लाफ़ बहुत बड़ी साजिश रची गई है। सबसे सीनियर होने के बावजूद मेरा नाम पंजाब सरकार को भेजे गए पैनल में से निकाला गया है। मेरे साथ धक्केशाही हुई है। मैं इस साजिश का पर्दाफाश करके रहूंगा और यूपीएससी के फैसले के खि़लाफ़ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दूंगा।
कहा- यूपीएससी में मेरे खि़लाफ़ रची गई बड़ी साजिश का सुप्रीम कोर्ट में करूंगा पर्दाफाश
उन्होंने कहा कि मैं कैप्टन साहब का बहुत सम्मान करता हूं और हमेशा करता रहूंगा। पंजाब सरकार को तो फैसला यूपीएससी की तरफ से भेजे गए पैनल के आधार पर ही लेना था, जो लिया गया। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश-
- सब से सीनियर होने के बावजूद आपका नाम क्यों निकाला गया?
- एक लॉबी ने सभी नियमों को ताक पर रखकर मेरा नाम ही पैनल में से चुपके से और बड़ी चालाकी के साथ निकाल दिया। मुझे पता चला है कि सोमवार को हुई यूपीएससी की मीटिंग में पंजाब के नुमाइंदे भी शामिल थे। उनकी तरफ से दिए विवरणों के कारण उनका नाम बाहर हुआ है। मैैंने मुख्यमंत्री से भी मिलने समय मांगा है। उनके सामने सभी बातें रखूंगा।
- डीजीपी दिनकर गुप्ता के साथ आपका कोई विवाद तो नहीं?
- दिनकर के साथ मेरा कोई विवाद नहीं है, न ही मेरी उनसे कोई नाराजग़ी है। हम एक फोर्स में काम कर रहे हैं और करते रहेंगे। मेरी नाराजग़ी तो सिफऱ् यूपीएससी से है, जहां मेरा नाम पैनल में से निकाला गया।
- क्या कैप्टन सरकार के खि़लाफ़ अदालत में जाएंगे?
- नहीं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मैं कैप्टन साहब के फ़ैसले के खि़लाफ़ नहीं बल्कि यूपीएससी की तरफ से मेरे साथ हुई धक्केशाही के खि़लाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाऊंगा। उन अधिकारियों के बारे में भी खुलासा करूंगा जिनकी साजिश से मेरा नाम पैनल से हटा दिया गया। न तो वरिष्ठता का ध्यान रखा और न ही योग्यता का।
- क्या आपके नाम की सिफारिश पंजाब सरकार ने की थी?
- यूपीएससी को पंजाब सरकार की तरफ से भेजे गए पैनल में मेरा नाम शामिल था। पहली मीटिंग में हमारे सहित तीन अधिकारियों के नाम पर मोहर लगी थी। लेकिन जब बुधवार को पैनल की फाइल यूपीएससी से पंजाब सरकार को भेजी गई तो मेरा नाम शामिल नहीं था। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि कहीं न कहीं यूपीएससी में से ही मेरा नाम आउट करने के लिए बड़ी साजिश रची गई।
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