लंदन के बाद अब पेरिस में नीलाम होगा चंडीगढ़ का हेरिटेज
फेस्टिवल सीजन के साथ हेरिटेज ऑक्शन का भी जैसे सीजन शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़ : फेस्टिवल सीजन के साथ हेरिटेज ऑक्शन का भी जैसे सीजन शुरू हो गया है। अभी सप्ताह पहले ही लंदन में चंडीगढ़ की बेशकीमती विरासत नीलाम हुई थी। अब फ्रांस के पेरिस में मंगलवार 27 अक्तूबर को हेरिटेज आइटम नीलाम होंगी। चंडीगढ़ के क्रिएटर ली कार्बूजिए के कजिन पियरे जेनरे ने यह फर्नीचर आइटम डिजाइन की थी। चार फर्नीचर आइटम का डेढ़ करोड़ रुपये रिजर्व प्राइस निर्धारित किया गया है। हेरिटेज फर्नीचर की तस्करी और ऑक्शन के खिलाफ आवाज उठाने वाले एडवोकेट अजय जग्गा ने ऑक्शन से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर को चिट्ठी लिखकर इसे रोकने की अपील की है। इंडियन एंबेसी पेरिस में एंबेस्डर जावेद अशरफ और इंडियन मिशन पेरिस के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन अंकन बनर्जी को भी इसकी शिकायत की गई है। उन्होंने कहा कि आखिर कैसे हेरिटेज आइटम चंडीगढ़ से तस्करी के बाद विदशों के बड़े ऑक्शन हाउस तक पहुंच रही हैं। इसके पीछे बड़ा गिरोह सक्रिय है, जो लगातार अंतरराष्ट्रीय मार्केट में महत्व रखने वाली इन आइटम की ताक में रहता है। पिछले सप्ताह लंदन में हुई ऑक्शन की जानकारी भी पहले ही दे दी गई थी। बावजूद इसके यह रुक नहीं सकी। चेयर से लेकर डे बेड तक होगा नीलाम
जो आइटम नीलाम हो रही है उनमें पियरे जेनरे की डिजाइन ईजी आर्मचेयर, छह ऑफिस आर्मचेयर का सेट, डे बेड टीक और एडवोकेट आर्मचेयर का पेयर शामिल है। यह सभी फर्नीचर टीक की लकड़ी से बना है। पियरे जेनरे ने शहर की प्रमुख बिल्डिंग के लिए यह फर्नीचर डिजाइन किया था। विधानसभा, हाई कोर्ट, सेक्रेटेरिएट, पंजाब यूनिवर्सिटी, विभिन्न कॉलेज और स्कूलों के साथ प्रशासनिक बिल्डिंग में ऐसा फर्नीचर बड़ी संख्या में है। लेकिन इसकी देखभाल नहीं हो रही है। तस्कर बिल्डिग की रेकी कर कुछ सिस्टम के लोगों से मिलकर इस फर्नीचर को विदेशों के ऑक्शन हाउस तक पहुंचा रहे हैं। आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को भी इस फर्नीचर और अन्य आइटम के संबंध में एडवोकेट जग्गा शिकायत कर चुके हैं। जिसके बाद एएसआइ ने इन्हें सहेजने के लिए समर्पित म्यूजियम बनाने की सलाह प्रशासन को दी थी। इसी को देखते हुए यूटी प्रशासन ने गवर्नमेंट प्रेस बिल्डिंग में नया म्यूजियम बनाना शुरू किया है। जिसमें ऐसी एंटीक आइटम को सहेजकर रखा जाएगा।