मेयर और पार्षदों को भाव नहीं दे रहा प्रशासन
नगर निगम के मेयर ने यूटी प्रशासन के इंजीनियरिग विग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़।
नगर निगम के मेयर ने यूटी प्रशासन के इंजीनियरिग विग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आरोप लगाया है कि प्रशासन की ओर से आयोजित शिलान्यास या उद्घाटन कार्यक्रमों में मेयर और वार्ड पार्षदों को नहीं बुलाया जा रहा है। इसे लेकर मेयर राजेश कालिया ने प्रशासक के सलाहकार मनोज परिदा को पत्र भी लिखा है। इतना ही नहीं अब मेयर ने गवर्नर हाउस में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से मिलने का भी निर्णय लिया है।
मेयर राजेश कालिया ने बताया कि हाल ही में सेक्टर-39 के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स और मनीमाजरा में हुए ओवरब्रिज के उद्घाटन कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया गया। उनका कहना है कि वार्ड पार्षदों को भी कार्यक्रम की सूचना नहीं दी जा रही है। सलाहकार को लिखे पत्र में मेयर राजेश कालिया ने कहा है कि वार्ड पार्षद हमेशा ही लोगों के हित के लिए काम करता है। समस्याएं चाहे प्रशासन की हो या नगर निगम की।वार्ड पार्षद उसे दूर करने का प्रयास करता है, लेकिन प्रशासन का इंजीनियरिग विग कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू करता है तो वह पार्षदों को इग्नोर करता है। इसका लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। ऐसे में वह इंजीनियरिग विग को निर्देश दे कि वह वार्ड पार्षदों को प्रशासन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बुलाए।मेयर राजेश कालिया ने कहा कि पिछले सप्ताह सेक्टर-39 के स्पोर्ट्स कांप्लेक्स के उद्घाटन कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाया गया, लेकिन वह चले गए। उन्होंने प्रशासन के चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद को इस संबंध में नाराजगी भी जाहिर की इसके बावजूद उन्हें तीन दिन पहले मनीमाजरा के ओवरब्रिज के उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने के लिए नहीं बुलाया गया। उनका कहना है कि प्रशासन के इंजीनियरिग विग के अधिकारियों को समझना चाहिए कि मेयर नगर निगम का नहीं बल्कि पूरे शहर का होता है।
मेयर ने बताया कि प्रशासक वीपी सिंह बदनौर प्रशासक बनने से पहले लोकसभा सांसद रह चुके हैं। ऐसे में चह जनप्रतिनिधियों की भावना को अच्छी तरह से समझते हैं।